Corona new Variant: ओमिक्रोन की दुनियाभर में दहशत और तेजी से फैलते नए कोविड-19 वेरिएंट के बीच इस वक्त महामारी को लेकर लोगों के मन में कई तरह की आशंकाएं बनी हुई हैं. भारत में अब तक ओमिक्रोन के करीब 200 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. केन्द्र सरकार की तरफ से लगातार राज्य सरकारों को आगाह किया जा रहा है. इस बीच एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अब तक मिले डाटा के अनुसार ओमिक्रोन में हल्की बीमारी के ही लक्षण दिख रहे हैं.


रणदीप गुलेरिया ने कहा कि इसमें गंभीर बीमारी के लक्षण अभी नहीं देखे जा रहे हैं. अभी हमें इसके बारे में और डाटा चाहिए. जैसे-जैसे मामले बढ़ेंगे हमें इसके लक्षणों के बारे में और जानकारी मिलेगी. उन्होंने कहा कि आज एम्स ने स्वास्थ मंत्रालय के साथ मिलकर एक नया प्रोग्राम लॉन्च किया है. इस प्रोग्राम के तहत हमारी कोशिश यह रहेगी कि ऑक्सीजन का ठीक तरह से और सही तरह से इस्तेमाल हो.


उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन भी एक तरह की दवाई है तो हम उसे यूज करें तो कोशिश हो की ज्यादा मात्रा में या कम में न हो. रणदीप गुलेरिया ने आगे कहा कि यूके डेनमार्क और साउथ अफ्रीका से मिले डाटा के अनुसार इस बीमारी के गंभीर नतीजे अभी नहीं देखे जा रहे हैं. हल्की बीमारी के लक्षण ही देखे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें ओमिक्रोन को लेकर अभी और डाटा चाहिए, तो जैसे जैसे केसेज बढ़ेंगे, तो हमें क्लेरिटी मिलते जाएंगे.


ओमिक्रोन से बचने के उपाय


एम्स के डायरेक्टर ने आगे कहा कि यह वेरियंट ज्यादा ट्रांसमिट हो रहा है, लेकिन कोई भी वेरियंट में दो ही चीजें बहुत जरूरी है. पहला वैक्सीन लगाना और दूसरा है कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर. उन्होंने कहा कि मास्क लगाकर रखें और भीड़ ना इकट्ठे होने दें. ऐसे कोई भी एवेंट्स को न होने दें, जो सुपरस्प्रेडर साबित हो जाएं. रणदीप गुलेरिया ने आगे कहा कि भीड़ से वायरस ज्यादा फैलता है, तो ऐसे फंक्शन्स ना होने से जहां बहुत ज्यादा लोग हों और बिना मास्क लगाए हो. कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर, वैक्सीन, मास्क और बड़े इवेंट को नहीं होने देने से हम बच सकते हैं.