नई दिल्ली: केरल और दक्षिण तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भारी बारिश जारी है जिससे सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं चक्रवात ‘ओखी’ लक्षद्वीप में मिनिकॉय से करीब 80 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपूर्व में स्थित है. दोनों राज्यों में बारिश से मरने वालों की संख्या 12 हो गई है. वहीं दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बन रहा कम दबाव का क्षेत्र अगले 48 घंटे में गहरे दबाव में बदल सकता है जिससे तमिलनाडु में और बारिश होने की संभावना है.  भारतीय नौसेना और तटरक्षक चक्रवात ओखी के बाद केरल और लक्षद्वीप के तटों पर पोत, डोर्नियर, विमान और हेलीकॉप्टर की मदद से तलाशी अभियान चला रहे हैं

तमिलनाडु के सीएम के पलानीस्वामी ने चक्रवात के कारण हुई घटनाओं में मारे गए लोगों के लिए चार लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है. तिरुवनंतपुरम से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि केरल के कम से कम 218 मछुआरे खराब मौसम के कारण समुद्र में फंसे हुए थे जिन्हें शुक्रवार को सुरक्षित तरीके से तट पर लाया गया. वहीं राज्य में मरने वालों की संख्या सात हो गई है.

कन्याकुमारी और तिरूनेलवेली जिले में भारी बारिश से प्रभावित 1200 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है. सबसे बुरी तरह प्रभावित कन्याकुमारी में राहत कार्य तेज करने के लिए एनडीआरएफ की दो टीम और एसडीआरएफ की सात टीमों को तैनात किया गया है.

कन्याकुमारी, तिरूनेलवेली और तूतीकोरिन जिले में भारी बारिश और तेज हवाओं से 579 पेड़ उखड़ गए और उन्हें हटाने की कोशिश जारी है. चक्रवात ओखी का बांग्ला में मतलब आंख होता है जो शुक्रवार को गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर अरब सागर की तरफ बढ़ गया. तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश हो रही है.

केरल , लक्षद्वीप तट के पास से 531 मछुआरे बचाए गए

वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज कहा कि चक्रवात ओखी के कारण केरल और लक्षद्वीप तट के पास समुद्र में फंसे 531 मछुआरों को बचाया गया. विजयन ने कहा कि केरल से अब तक 393 लोगों को बचाया गया है.  राज्य सरकार ने तूफान में मारे गए लोगों के परिजन को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाए गए 132 मछुआरे राज्य की राजधानी तिरूवनंतपुरम के, 66 कोझिकोड के, 55 कोल्लम के , 40 त्रिसूर के और 100 कन्याकुमारी के हैं.  उन्होंने कहा कि इसके अलावा 138 मछुआरों को लक्षद्वीप द्वीपसमूह से बचाया गया. विजयन ने कहा कि 10 लाख रुपये का मुआवजा मत्स्य विभाग द्वारा चार लाख रूपये की वित्तीय सहायता के अतिरिक्त होगा. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लक्षद्वीप के 10 द्वीपों में 31 राहत शिविर खोले गए हैं. अब तक 1047 लोगों को राहत शिविरों तक पहुंचाया गया.