महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को विधानसभा को आश्वासन दिया कि मौजूदा ओबीसी कोटा बरकरार रहेगा और ओबीसी कोटे में मराठाओं को शामिल करने की अफवाह फैला कर समाज में भेदभाव पैदा करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार, प्राचीन संस्कृति और परम्पराओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्राचीन मंदिरों के पुनरुद्धार और रख रखाव का काम करेगी.


उन्होंने कहा कि यह परियोजना चरणबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी और मंदिरों की पहचान करने में विपक्ष को भी मदद करनी चाहिए. बीजेपी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इस परियोजना से यह सिद्ध होता है, “हमने हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है.” वहीं,  ठाकरे ने स्पष्ट किया कि ओबीसी कोटे से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी.


मुख्यमंत्री ने की बीजेपी की आलोचना 


उन्होंने कहा कि मराठाओं को ओबीसी कोटे में आरक्षण देने की अफवाह फैलाकर समाज में भेदभाव फैलाने की कोशिश की जा रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी ऐसी अफवाह फैला रही है कि मराठाओं को ओबीसी कोटे में से आरक्षण दिया जाएगा. उन्होंने कहा, “मराठा कोटे के लिए कानूनी लड़ाई अंतिम चरण में है. हमने मराठा कोटा पर न तो अपनी कानूनी टीम बदली है, न रुख बदला है. हम कानूनी लड़ाई जीतेंगे.”


पिछले साल बनी थी ठाकरे की सरकार 


गौरतलब है कि पिछले साल हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 105 सीटें जीती थी. इसके बाद शिवसेना 56, एनसीपी 54 और कांग्रेस के खाते में 44 सीटें आई थीं. शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को महाविकास अघाड़ी सरकार में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जबकि अजीत पवार को उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी. 


ये भी पढ़ें :-


नहीं होगा संसद का शीतकालीन सत्र, कांग्रेस बोली- कोविड बहाना, किसानों की मांग से डरी सरकार


AAP to Contest UP Elections: केजरीवाल का बड़ा एलान-2022 का यूपी विधानसभा चुनाव लड़ेगी आम आदमी पार्टी