Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने दावा किया था कि हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भारतीय एनएसए अजीत डोभाल के साथ बातचीत हुई है. इसको लेकर जब भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसको लेकर मेरे पास कोई जानकारी नहीं है.
विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान की ओर से की गई हमलों की नाकाम कोशिशों को उकसाने वाला बताया. उन्होंने कहा कि पीओके में नीलम झेलम प्रोजेक्ट को लेकर लगाए जा रहे आरोप निराधार और तथ्य विहीन हैं. विदेश सचिव ने एक बार फिर क्लीयर किया कि भारत ने एयरस्ट्राइक में सिर्फ आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया.
सिंधु जल समझौते पर क्या बोले विदेश सचिव?
सिंधु जल समझौते को लेकर विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत पिछले 6 दशकों से Indus water treaty का सम्मान करता रहा है, लेकिन पाकिस्तान ने इस समझौते का कभी भी सम्मान नहीं किया और कानूनी बाधाएं डालने की कोशिश करता रहा. इस संधि की प्रस्तावना गुडविल और फ्रेंडशिप है. यह हमारा धैर्य है कि इतना उकसाने के बावजूद भी इस संधि को निभा रहे हैं. हमने लगातार पिछले कई सालों में इसमें मॉडिफिकेशन के लिए पाकिस्तान से कहा, लेकिन पाकिस्तान ने संधि का सम्मान नहीं किया. यह भी संधि के नियमों को उल्लंघन है.
पाकिस्तान ने UN में टीआरएफ का किया बचाव
भारतीय विदेश सचिव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति (UNSC) में पहलगाम को लेकर बयान जारी करते वक्त TRF का नाम शामिल करने का पाकिस्तान ने विरोध किया. उन्होंने कहा कि भारत ने जो जवाब दिया है, वो सटीक, नियंत्रित और केन्द्रित है, उकसाने वाला नहीं है. कोई सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया था, केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था.
पाकिस्तान को आतंकियों के खिलाफ सबूत दिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की: विदेश सचिव
उन्होंने कहा कि सीमापार से गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. पाकिस्तान की रेप्यूटेशन है कि वो वैश्विक आतंकवाद की जड़ है. पूरे विश्व में आतंकी हमलों पर पाकिस्तान का हाथ जरूर आया है. ओसामा बिन लादेन कहां पाया गया था, यह बताने की जरूरत नहीं है. पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देता है. हम पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड देखें तो मुंबई हमला, पठानकोट पर भारत ने फॉरेंसिंक सबूत दिए, दोषियों पर कार्रवाई की मांग की. पाकिस्तानी लश्कर ए तैयबा के आतंकी को भारत ने जब पकड़ा, सारे सबूत पाकिस्तान को दिए. लेकिन पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया. पठानकोट पर भी संयुक्त जांच टीम बनी थी, हमने सारी डिटेल्स और सबूत दिए. जैश ए मोहम्मद के सारे सबूत दिए लेकिन पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया.