मुंबई: लॉकडाउन के दौरान देश के कोने-कोने से पुलिस के जवानों की ऐसी कहानियां सामने आ रही हैं जिसने पुलिस वालों को लेकर लोगों की सोच बदल दी है. हर तरफ पुलिस के लोग अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर लॉकडाउन को सफल बनाने में लगे हैं. वहीं तमाम पुलिस वाले लॉकडाउन में पीड़ित लोगों की मदद करते हुए नजर आ रहे हैं. मुंबई के पास विरार में भी एक पुलिस के जवान का ऐसा ही कारनामा सामने आया.
विरार के रहने वाले करीब 50 वर्षीय प्रमोद खारे नामक एक शख्स का पूरा परिवार लॉकडाउन के दौरान कोलकाता में था और इसी बीच प्रमोद खारे की हार्टअटैक से मौत हो गई. इसकी सूचना कोलकाता में रह रहे उनके परिवार को दी गई लेकिन लॉकडाउन की वजह से परिवार का कोई सदस्य विरार स्थित उनके घर तक नहीं पहुंच सका. ऐसे में बात आई की मृतक शख्स का अंतिम संस्कार कौन करे. यह सूचना जब पुलिस को दी गई तो विरार पुलिस ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मृतक के परिवार वालों को अंतिम क्रिया विधि के साथ जोड़ा. ऐसे में सवाल यह था कि आखिर मृतक शरीर को का अंतिम संस्कार और मुखाग्नि कौन देगा इसके लिए विरार पुलिस के एक जवान सुभाष शिंदे ने हामी भरी और उसने पुलिस की वर्दी में ही मृतक शरीर को मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार की क्रिया को संपन्न किया. महाराष्ट्र पुलिस का यह कार्य लोगों में बेहद सराहा जा रहा है. विरार के रहने वाले लोगों ने पुलिस की इस मानवता को सलाम किया.