नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है. यहां एक धार्मिक आयोजन में आए कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण सामने के बाद ये कदम उठाया गया है. इस बीच दिल्ली के ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली पुलिस से सवाल किया है. अमानतुल्लाह खान ने कहा कि उन्होंने निजामुद्दीन मरकज में करीब एक हजार लोगों के फंसे होने की जानकारी पुलिस को दी थी लेकिन इनको भेजने का इंतजाम क्यों नहीं किया गया?
अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट किया, ‘’ 23 मार्च को रात 12 बजे मैंने DCP South East और ACP Nizamuddin को बता दिया था कि निज़ामुद्दीन मरकज़ में 1000 के आस पास लोग फंसे हुए हैं, फिर पुलिस ने इनको भेजने का इंतज़ाम क्यों नहीं किया.’’
दरअसल, रविवार देर रात दिल्ली पुलिस को खबर मिली कि निजामुद्दीन इलाके में कई लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए हैं. दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारी मेडिकल टीम लेकर यहां पहुंचे और इलाके को बंद करने के बाद टेस्ट के लिए लोगों को ले गए. सैंकड़ों लोगों के टेस्ट हो चुके हैं. इन सबकी जांच रिपोर्ट मंगलवार यानी आज आने की संभावना है.
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने आवास पर निजामुद्दीन को लेकर हाई लेवल बैठक कर रहे हैं. इसमें दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल भी शामिल हैं. ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जा रही है. दिल्ली सरकार की तरफ से कहा गया था कि इस मामले में एफआईआऱ दर्ज होनी चाहिए. लेकिन अभी तक एफआईआऱ दर्ज नहीं हुई है. बैठक में सभी मंत्री और आलाअधिकारी मौजूद हैं.
यहां सवाल ये है कि क्या दिल्ली सरकार देर से जागी. ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि मरकज की तरफ से ये दावा किया जा रहा है कि हमने तो दिल्ली सरकार को पहले ही जानकारी दे दी थी. बता दें कि जो भी विदेशी तब्लीगी जमात में शामिल हुए उन्हें ब्लैक लिस्ट किया जाएगा. वीजा नियमों के उल्लंघन के तहत करीब आठ सौ विदेशियों के वीजा रद्द किए जाएंगे.