Nitish Kumar Stand on Waqf Bill: बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं, उससे पहले केंद्र सरकार संसद में वक्फ संशोधन बिल पेश करने वाली है. जहां विपक्षी पार्टियां इस बिल को मुस्लिम विरोधी बता रही हैं, वहीं केंद्र सरकार में शामिल चंद्रबाबू नायडू ने कह दिया है कि टीडीपी ने हमेशा वक्फ संपत्तियों की रक्षा की है और आगे भी करती रहेगी. इस बिल को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौतरफा घिर गए हैं. अब तक उनकी पार्टी की ओर से इस बिल पर कोई स्टैंड नहीं लिया गया है.
नीतीश कुमार ने पटना में बीते 23 मार्च को अपने सीएम आवास पर रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शामिल हुए थे, लेकिन वक्फ बिल पर स्टैंड क्लीयर नहीं होने की वजह से कई मुस्लिम संगठन इसमें शामिल नहीं हुए. इतना ही नहीं कई मुस्लिम संगठनों ने तो पटना में विरोध प्रदर्शन भी किया. अगर नीतीश कुमार वक्फ बिल का समर्थन नहीं करते हैं तो बीजेपी का मामला बिगड़ जाएगा और अगर करते हैं तो उनका वोटबैंक गड़बड़ा सकता है.
57 सीटों पर निर्णायक हैं मुस्लिम वोटर
बिहार में करीब 17.7 फीसदी आबादी मुस्लिम है. राज्य की कुल 243 विधासनभा सीटों में 57 सीटों पर मुस्लिम वोटर्स निर्णायक भूमिका में हैं. इनमें से 47 सीटों पर 50 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं, जबकि 10 सीटों पर करीब 40 फीसदी आबादी मुस्लिम है. ऐसे में अगर वोटबैंक की परवाह किए बिना नीतीश कुमार वक्फ बिल का समर्थन करते हैं तो उनके साथ खेला हो सकता है. पूरा मुस्लिम समुदाय आरजेडी या महागबंधन की ओर झुक सकता है.
वक्फ बिल पास हुआ तो मुस्लिम माफ नहीं करेंगे: ओवैसी
वक्फ बिल को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि केंद्र सरकार नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की वैशाखियों पर चलने वाली सरकार है. इसमें चिराग पासवान और जयंत चौधरी की पार्टी भी शामिल है. अगर ये चार पार्टियां इस बिल का समर्थन नहीं करती हैं तो ये बिल कानून नहीं बन पाएगा. उन्होंने कहा कि अगर इन पार्टियों ने ऐसा किया तो मुस्लिम उन्हें कभी माफ नहीं करेगा. नायडू पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि उन्होंने तो तिरुपति से गैर हिंदू कर्मचारियों को निकाल दिया तो वक्फ बोर्ड में दूसरे धर्म के लोग क्यों शामिल होंगे.
नायडू बोले- टीडीपी ने हमेशा वक्फ संपत्तियों की रक्षा की
नायडू की बात करें तो उन्होंने हाल ही में कहा कि टीडीपी सरकार ने हमेशा वक्फ संपत्तियों की रक्षा की है और आगे भी करती रहेगी. उन्होंने कहा, 'जब जीओ 43 पेश किया गया था तो अनावश्यक विवाद पैदा हो गया था. इसलिए जब अदालतों का रुख किया गया तो एक समय ऐसा आया जब वक्फ बोर्ड ने काम करना बंद कर दिया. हमारी सरकार आने के बाद हमने उस आदेश पर रोक लगा दी. सबकी राय लेते हुए कार्य बोर्ड का गठन किया गया. हम वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की रक्षा करेंगे. हम वंचित मुस्लिम परिवारों के आर्थिक उत्थान की दिशा में काम करेंगे. टीडीपी ने हमेशा मुस्लिम समुदाय का समर्थन किया है और आगे भी करेगी.'
चिराग पासवान का क्या है स्टैंड?
एलजेपीआर के नेता चिराग पासवान ने वक्फ बिल को लेकर कहा, 'जब बिल आया नहीं, उसके ऊपर चर्चा नहीं हुई, जब आएगा तो चर्चा होगी. अपनी बातों को रखिएगा. उसके बाद आप बोलिएगा कि क्या सही हुआ क्या गलत हुआ. पहले से बातें करके समाज के बीच में गलत संदेश देना, भ्रमित करना बिलकुल उचित नहीं है.'
वक्फ बिल अल्पसंख्यकों के खिलाफ: तेजस्वी यादव
हाल ही में एक इंटरव्यू में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने वक्फ बिल पर सवाल उठाते हुए कहा था कि इसकी जरूरत ही क्या है? यह अल्पसंख्यकों के खिलाफ है. ये लोग (वक्फ बोर्ड) मस्जिदों के लिए, स्कूलों के लिए काम करते हैं. बीजेपी वाले हमेशा ऐसे बिल लाती हैं, जो तनाव पैदा करें. CAA, NRC भी इसी के तहत थी. लोग जानते हैं कि बीजेपी के लोग समाज को तोड़ने की बात करते हैं. मुद्दे की बात नहीं करते. पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई के लिए ये लोग बात नहीं करते. बिहार की जनता इन बातों को समझती है. पिछली बार ये लोग हारते-हारते बच गए, लेकिन इस बार बिहार की जनता बेहद चौकन्ने हैं और इनके साजिश में नहीं फंसने वाले.