नई दिल्ली: दिल्ली के निर्भया गैंगरेप कांड के दोषी अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है. 9 जुलाई 2018 को सुप्रीम कोर्ट विनय, पवन और मुकेश की पुनर्विचार याचिका खारिज कर चुका है तब अक्षय ने याचिका दाखिल नहीं की थी. अक्षय के वकील ए पी सिंह ने कहा, "अक्षय गरीब और कमज़ोर तबके से है. रिव्यू पिटीशन दाखिल करने में हुई देरी पर ध्यान नहीं देना चाहिए. हमारी कोशिश बेगुनाह को बचाने की है. याचिका में कई तथ्य रखे हैं."ए पी सिंह पवन और विनय के भी वकील हैं.
तिहाड़ जेल में शुरू हुई फांसी की तैयारी दिल्ली की तिहाड़ जेल में इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. निर्भया केस में चौथे दोषी पवन शर्मा को आज मंडोली जेल से तिहाड़ जेल लाया गया. दिल्ली के मुख्य सचिव ने केन्द्रीय गृह सचिव से मुलाकात की, अब इस बात पर विचार हो रहा है कि चारों की अलग-अलग याचिकाओं का निपटारा कैसे हो. इन खबरों के बीच निर्भया की मां दोषियों को जल्द फांसी की उम्मीद जता रही हैं.
जल्लाद के लिए अन्य जेलों में हो रही है तलाश सूत्रों के मुताबिक दिल्ली की तिहाड़ जेल में कोई जल्लाद नहीं होने के कारण जेल प्रशासन ने जल्लाद मुहैया कराने के लिए देश की अन्य जेलों से संपर्क साधा है. निर्भया से 16 दिसंबर, 2012 की रात सामूहिक दुष्कर्म के मामले में चार लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है जबकि एक आरोपी ने सुनवाई के दौरान ही जेल में खुदकुशी कर ली थी. एक दोषी को नाबालिग होने की वजह से तीन साल सुधार गृह में रखने के बाद रिहा कर दिया गया.
बक्सर जेल में तैयार हो रहा दोषियों के लिए फांसी का फंदा निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए बिहार की बक्सर जेल में फांसी का फंदा तैयार हो रहा है. बक्सर जेल के जेलर के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर कुल 10 फांसी के फंदे तैयार किए जा रहे हैं. बक्सर जेल में बनने वाली फांसी की रस्सी का काफी पुराना इतिहास रहा है. पहले केवल बक्सर जेल से ही फांसी की रस्सी तैयार की जाती थी और उसे जहां जरूरत होती थी वहां भेजा जाता था. बता दें कि अफजल गुरु को भी फांसी पर लटकाने के लिए बक्सर में ही रस्सी तैयार की गई थी.
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