नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने मंगलवार (8 अप्रैल, 2025) को बड़ी कार्रवाई करते हुए हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में छापेमारी की. ये छापेमारी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और US बेस्ड गैंगस्टर रणदीप मलिक से जुड़े लोगों के ठिकानों पर की गई.
ये मामला दिसंबर 2024 में गुरुग्राम के सेक्टर-29 में मौजूद Warehouse Club और Human Club पर हुए ग्रेनेड अटैक से जुड़ा हुआ है. इसी मामले को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी ने छापेमारी की. सुबह-सुबह हुई इस रेड में NIA की टीमों ने आठ अलग-अलग लोकेशंस पर सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज और दूसरे अहम सबूत बरामद हुए हैं. ये सारे सबूत NIA की टीम खंगाल रही है ताकि इस हमले की पूरी प्लानिंग और कनेक्शन का पता लगाया जा सके.
गौरतलब है कि इस ग्रेनेड अटैक की जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ली थी. जांच में खुलासा हुआ कि इस हमले के पीछे गोल्डी बराड़ और रणदीप मलिक का हाथ है. बताया जा रहा है कि हमले से पहले क्लब मालिकों को धमकाया गया था और उनसे पैसे की डिमांड भी की गई थी. इस केस की FIR 2 जनवरी 2025 को दर्ज की गई थी और फिलहाल जांच जारी है.
क्या है बब्बर खालसा इंटरनेशनल?
बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) एक आतंकी समूह है. जिसकी स्थापना 80 के दशक में हुई थी. बता दें कि खालिस्तान को लेकर बनाए गए इस संगठन को गृह मंत्रालय ने आतंकी संगठनों की लिस्ट में टॉप पर रखा है. ये संगठन फिलहाल कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और अन्य यूरोपियों देशों से संचालित हो रहा है. इसका नेता वाधवा सिंह को बताया जाता है जो कथित तौर पर पाकिस्तान में कहीं छुपा हुआ है.
कौन है गोल्डी बराड़?
लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी गोल्डी बराड़ (सतिंदरजीत सिंह) पहले कनाडा में एक्टिव था लेकिन पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में नाम आने के बाद वो अमेरिका चला गया. गृह मंत्रालय ने जनवरी 2024 में गोल्डी बराड़ को नामित आतंकवादी घोषित किया था.
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