दिल्ली में लालकिला के सामने हुए कार ब्लास्ट केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मेवात इलाके में रेड मारी है. जांच एजेंसी NIA के सूत्रों की मानें तो शक है कि ब्लास्ट में इस्तेमाल हुआ अमोनियम नाइट्रेट मेवात इलाके से खरीदा गया. जांच में उमर और मुजम्मिल की लोकेशन कई बार मेवात इलाके में मिली. ये ही वजह ही NIA की टीम मेवात में छापेमारी कर रही है.

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इसके अलावा नूंह के तीन डॉक्टर भी जांच की जद में आए हैं. एनआईए की टीम ने फरीदाबाद स्थित अल-फलहा यूनिवर्सिटी से जुड़े इन डॉक्टर्स को उठाया है. सभी से पूछताछ की जा रही है. इधर, कार्रवाई के साथ ही इलाके में हलचल देखने को मिल रही है. इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है. 

जानकारी के अनुसार, सुन्हेडा गांव के डॉ. मुस्तकीम, नूंह के रिहान और मोहम्मद और बास गांव से एक डॉक्टर जो घर पर नहीं थे, उनकी जगह उनके भाई को उठाया गया है. डॉ. मुस्तकीम ने अल फलहा यूनिवर्सिटी से इंटर्नशिप की थी. इसी दौरान वो आरोपी आतंकी डॉ. उमर नबी के संपर्क में आया था.  

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इनके अलावा डॉ. रिहान ने भी अल फलहा से एमबीबीएस की पढ़ाई की है. जांच टीम को सबूत मिले हैं कि मोहम्मद, जो बास का रहने वाला है, वो भी उमर के संपर्क में था. जिले में अबतक 4 लोगों को हिरासत में लिया है. इनमें एक खाद विक्रेता भी शामिल है, उसका नाम दिनेश कुमार बताया जा रहा है. उसी पर शक है कि उसने अमोनियम नाइट्रेट बेचा था. इनके अलावा जांच टीम की रडार पर अभी कई लोग हैं.  

इन जगह से खरीदा जा सकता है विस्फोटकविस्फोटक का स्त्रोत मेवात और अलवर  की खदानों को माना जा रहा है. जांच एजेंसियों को शक है कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक हरियाणा से सटे राजस्थान के अलवर से लाया गया हो सकता है. मेवात से लगे अलवर के इस हिस्से में कई अधिकृत खदाने हो सकती हैं. इनमें ब्लास्टिग के लिए अमोनियम नाइट्रेट की खरीदी बिक्री होती है.  बस इसी मामले में पूछताछ के लिए एनआईए की धरपकड़ जारी है.