New Delhi Railway Station Stampede: प्रयागराज महाकुंभ के दौरान 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के दौरान प्लेटफॉर्म टिकट बिक्री आम दिनों के दौरान होने वाली बिक्री से करीब 11 फीसदी ज्यादा हुई थी. रेल मंत्रालय ने लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी. 

लोकसभा में रेलवे मंत्रालय से सवाल पूछा गया था कि पिछले 6 महीनों में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रोजाना कितने प्लेटफॉर्म टिकट बिक रहे थे और 15 फरवरी को जिस दिन भगदड़ हुई उस दिन कितने प्लेटफॉर्म टिकट बेचे गए. लोकसभा में पूछे गए इस सवाल का जवाब देते हुए रेल मंत्रालय ने बताया कि सितंबर 2024 से लेकर फरवरी 2025 के बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर औसतन 9958 प्लेटफॉर्म टिकट बेचे गए थे. वहीं बात की जाए 15 फरवरी 2025 की यानी वह दिन जिस दिन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मची, उस दिन 11,099 प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री हुई जो कि सितंबर से लेकर फरवरी के बीच बेचे गए प्लेटफॉर्म टिकट से करीब 11 फीसदी ज्यादा थी. 

जितने प्लेटफॉर्म टिकट बिके, उतना बोझ उठा सकता है NDLS: रेल मंत्रालय 

रेल मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी की जितने प्लेटफॉर्म टिकट 15 फरवरी को बेचे गए थे उतनी संख्या में मुसाफिरों का बोझ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आराम से उठा सकता है. रेलवे मंत्रालय ने बताया कि प्लेटफॉर्म टिकट 2 घंटे के लिए ही वैलिड होते हैं और इनको भी प्लेटफॉर्म की बोझ सहने की क्षमता के आधार पर ही देखकर जारी किया जाता है.

NDLS पर उस दिन जनरल टिकट भी ज्यादा बेचे गए  

15 फरवरी को जब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ हुई थी उस दौरान यह भी एक जानकारी सामने आई थी कि रेल प्रशासन ने उस दिन न सिर्फ बड़ी संख्या में अनारक्षित टिकट बेचे थे बल्कि उसके साथ ही प्लेटफॉर्म टिकट भी आम दिनों की तुलना में कहीं ज्यादा बेचे गए, जिसके चलते नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आम दिनों की तुलना में कहीं ज्यादा भीड़ हो गई थी और वह रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ का एक बड़ा कारण बनी.