Nehru Memorial Museum and Library Row: दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) का नाम बदलने को लेकर विवाद छिड़ गया है. एनएमएमएल का नाम अब 'प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी' कर दिया गया है. तीन मूर्ति भवन भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) का आधिकारिक आवास था. कई पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिजनों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है तो वहीं कांग्रेस (Congress) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. 


संस्कृति मंत्रालय ने बीते शुक्रवार को कहा था कि एनएमएमएल की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलने का फैसला किया गया है. सोसाइटी के उपाध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बैठक की अध्यक्षता की थी. सरकार ने कहा कि हमारे सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के सम्मान में नया नाम दिया गया है. पूर्व पीएम इंद्र कुमार गुजराल के बेटे नरेश गुजराल और पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ने इस फैसले का स्वागत करते हुए केंद्र का धन्यवाद दिया है. 


पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे क्या बोले?


शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के बेटे नरेश गुजराल ने शनिवार को न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि इस मुद्दे पर विवाद अनावश्यक है. जब वहां 15 प्रधानमंत्रियों के काम को मान्यता दी जा रही है और संग्रहालय सभी 15 के लिए है, तो इसका नाम अब जवाहरलाल नेहरू के नाम पर कैसे रखा जा सकता है. 


पीएम मोदी का किया धन्यवाद


बीजेपी सांसद और पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ने सभी प्रधानमंत्रियों का सम्मान करने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया और कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री संग्रहालय में पार्टी लाइन से परे हर प्रधानमंत्री को गरिमा और सम्मान मिला है, उनके योगदान को सम्मान दिया गया है. ये पीएम मोदी की राजनीति को दर्शाता है. मेरे पिता पूर्व पीएम चंद्रशेखर जी ने हमेशा राष्ट्रहित के लिए काम किया. 


नीरज शेखर ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के साथ भी काम किया, लेकिन उन्होंने (कांग्रेस) कभी एक वंश से आगे नहीं देखा. अब जब पीएम मोदी ने सभी दलों के प्रधानमंत्रियों को सम्मानित किया, कांग्रेस उत्तेजित हो रही है. कांग्रेस का रवैया सही नहीं है. मैं सभी कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहता हूं कि वे कितनी बार पीएम म्यूजियम गए हैं? सोनिया जी या राहुल जी क्या कभी वहां गए हैं. 


प्रधानमंत्रियों का अपमान करने का लगाया आरोप


उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्रियों का सम्मान करना भूल जाइए, कांग्रेस और उनके शाही खानदान ने उन प्रधानमंत्रियों का अपमान किया है जो उनके वंश के नहीं हैं. नरसिम्हा राव जी के प्रति व्यवहार हमारे राजनीतिक इतिहास के सबसे शर्मनाक अध्यायों में से एक के रूप में जाना जाएगा. 


कांग्रेस ने केंद्र सरकार के फैसले की निंदा की


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एनएमएमएल का नाम बदले जाने की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट किया कि संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है. नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय 59 वर्षों से अधिक समय से एक वैश्विक बौद्धिक ऐतिहासिक स्थल और पुस्तकों एवं अभिलेखों का खजाना रहा है. अब से इसे प्रधानमंत्री स्मारक एवं सोसाइटी कहा जाएगा.


रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भारतीय राष्ट्र के शिल्पकार के नाम और विरासत को विकृत करने, नीचा दिखाने और नष्ट करने के लिए क्या नहीं करेंगे? अपनी असुरक्षा के बोझ तले दबा एक छोटे कद का व्यक्ति स्वघोषित विश्वगुरु बना फिर रहा है. 


शशि थरूर ने क्या कहा?


इस मामले पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि नेहरू के नाम को हटाने के बजाय नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी का नाम बदलकर नेहरू मेमोरियल प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम किया जा सकता था, बिना मूल नाम को बदले. थरूर ने कहा कि एक दिन आज के शासक भी इतिहास होंगे और वे उस सम्मान को प्राप्त करना चाहेंगे जो वे अपने पूर्ववर्तियों को शर्मनाक तरीके से नकारते हैं.


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