नई दिल्ली: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर अब ट्विटर पर जंग छिड़ गई है. दरअसल NCW की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने राहुल गांधी के इस बयान पर हमला बोला जिसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी उनसे ट्विटर पर ही भिड़ गईं.
NCW की अध्यक्ष ने कहा कि बड़ी 'विडंबना' है कि देश का राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष इस तरह का बयान दे रहे हैं. क्या वह (राहुल गांधी) सबसे बड़े लोकतंत्र की रक्षा मंत्री को एक कमजोर महिला मानते हैं. क्या उन्हें लगता है महिलाएं कमजोर होती है''
इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष के बचाव में आईं प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर लिखा, "भारत की रक्षा मंत्री ने पीएम मोदी की रक्षा मंत्री बनने को काम किया है.'' उन्होंने आगे लिखा,'' कितने दुख की बात है कि NCW की नई अध्यक्ष महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध पर चुप्पी साध लेती हैं लेकिन जब राहुल गांधी ने पूछा कि 56 इंच वाले पीएम क्यों भाग रहे हैं तो उनको बड़ी नाराजगी हुई. क्यों भारत की रक्षामंत्री को पीएम मोदी की रक्षा मंत्री बना दिया गया है.''
इस पर रेखा शर्मा ने प्रियंका को जवाब देते हुए पूछा क्या उन्हें मालूम भी है कि NCW का फुल फॉर्म क्या होता है. अगर हां तो बताएं कि क्या यह देखना NCW का काम है कि कौन संसद में उपस्थित होगा ?
इसके जवाब में प्रियंका ने रेखा शर्मा से पूछा," मैडम मेरी इच्छा है कि आप अपने जॉब के साथ आने वाले कर्तव्यों का भी पता लगाएं. आप कहां थे जब उन्नाव और कठुआ हुआ? 2014 से महिलाओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी? कांग्रेस के विदेह, सुपनाखा जैसे पीएम के शब्द? बीजेपी नेताओं की ओर से आए दिन एक गलत टिप्पणी? तब, मौन स्वर्ण था?
इस पर रेखा ने पलटवार करते हुए लिखा,''और कोशिश करो. आपको निश्चित रूप से NCW के बारे में अपने ज्ञान को बढ़ाने की आवश्यकता है और यह जरूरी है. उन्नाव और कठुआ दोनों ही एनसीपीसीआर के मामले थे.
राहुल गांधी ने क्या कहा था राहुल गांधी ने अपनी एक रैली के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री ने संसद में अपने बचाव में एक महिला का सहारा लिया, क्योंकि वह खुद की रक्षा नहीं कर सकते थे. राहुल ने कहा '56 इंच का सीना वाले चौकीदार भाग खड़े हुए और एक महिला सीतारमण जी से कहा मेरी रक्षा करें. मैं खुद की रक्षा करने में समर्थ नहीं हूं. ढाई घंटे तक महिला उनकी रक्षा नहीं कर सकी. मैंने तो सीधा सा सवाल किया था, जिसका हां या ना में उत्तर था, लेकिन वह उत्तर नहीं दें सकीं.'