रूस और यूक्रेन के बीच खूनी जंग जारी है. वहीं भारत सरकार का यूक्रेन से भारतीय छात्रों को भारत लाने का अभियान जारी है. इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने विदेश मंत्री जयशंकर से फोन पर बात की है. उन्होंने यूक्रेन के खार्किव में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने पर चर्चा की. बेलगोरोड (रूस) मार्ग के माध्यम से निकासी पर भी चर्चा हुई. साथ ही रोमानिया-पोलैंड सीमा पर फंसे छात्रों की सहायता के मामले पर भी चर्चा हुई.


इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की जल्द और सुरक्षित वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. गहलोत ने पत्र में प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि केंद्र सरकार को तत्काल यूक्रेन की सरकार से संपर्क करना चाहिए ताकि भारतीय छात्रों को पोलैंड और रोमानिया के रास्ते स्वदेश आने का सुरक्षित रास्ता मिल सके.


पीएम मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग
उधर पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट को लेकर आज एक हाई लेवल बैठक की अध्यक्षता की. सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और पूर्व थलसेना अध्यक्ष वीके सिंह यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे ताकि वहां फंसे छात्रों के बचाव कार्य में मदद की जा सके. ये मंत्री भारत के विशेष दूत के रूप में जा रहे हैं.


बता दें, आज ही 'ऑपरेशन गंगा' अभियान के तहत यूक्रेन से 249 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया की पांचवी फ्लाइट भारत आई. इस अभियान के तहत बीते तीन दिनों में अबतक 1156 भारतीय यूक्रेन से सकुशल वापसी कर चुके हैं.


यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग का आज (सोमवार) पांचवा दिन है. रूस ने यूक्रेन में भीषण तबाही मचा रखी है. यहां लगातार बमबारी हो रही है. लेकिन दोनों देशों में कोई एक भी झुकने को तैयार नहीं है. यूक्रेन की राजधानी कीव की तरफ रूस की सेना का 5 किमी लंबा काफिला तेजी से बढ़ रहा है. कीव पर रूस की सेना की कब्जे की तैयारी है.


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