Sharad Pawar On Presidential Poll: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने उन दावों को खारिज कर दिया है जिसमें कहा जा रहा है कि पवार विपक्षी गठबंधन की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं. 


शरद पवार ने कहा, ''यह बिल्कुल गलत है कि मैं राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार बनूंगा. मुझे पता है कि जिस पार्टी के पास 300 से ज्यादा सांसद हैं, उसे देखते हुए क्या नतीजा होगा. मैं राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनूंगा.'' राष्ट्रपति पद के लिए अगले साल चुनाव होने हैं.


उन्होंने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात को लेकर कहा कि मैंने उनसे दो बार मुलाकात की, लेकिन हमने केवल उनकी कंपनी के बारे में बात की. 2024 के चुनाव या राष्ट्रपति चुनाव के लिए नेतृत्व के संबंध में इस दौरान कोई चर्चा नहीं हुई. प्रशांत किशोर ने मुझे बताया कि उन्होंने चुनावी रणनीति बनाने का काम छोड़ दिया है.


शरद पवार ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा को लेकर कहा कि चाहे 2024 के लोकसभा चुनाव हों या राज्य के चुनाव, अभी तक कुछ भी तय नहीं किया गया है. चुनाव दूर है, राजनीतिक हालात बदलते रहते हैं. मैं 2024 के चुनाव में नेतृत्व नहीं संभालने जा रहा हूं.


पिछले महीने प्रशांत किशोर ने एनसीपी चीफ पवार से मुलाकात की थी. पवार के साथ इन बैठकों ने विपक्षी दलों के बीजेपी के खिलाफ तीसरा मोर्चा बनाने के लिए एक साथ आने की अटकलों को हवा दे दी थी. 


पवार के नेतृत्व पर शिवसेना ने क्या कहा?
तीसरे मोर्चे के गठन की अटकलों के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने आज कहा कि 2024 के आम चुनावों में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाना और किसी एक चेहरे पर आम सहमति बनाना मुश्किल काम है. उन्होंने कहा कि इसकी एक बड़ी वजह यह है कि हर क्षेत्रीय दल खुद को राजा मानता है और अपने ‘‘हिसाब से चीजों को तय करने की कोशिश करता है.’’


यह पूछे जाने पर कि क्या शरद पवार वह संभावित चेहरा होंगे? संजय राउत ने कहा कि एनसीपी प्रमुख एक वरिष्ठ राष्ट्रीय नेता हैं, लेकिन साथ ही, कुछ लोग पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के बारे में विचार कर रहे हैं. 


उद्धव सरकार पर टिप्पणी कर क्या अपनी ही पार्टी में अलग-थलग पड़ गए हैं महाराष्ट्र कांग्रेस के चीफ नाना पटोले?