पंजाब के कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने कोटकपूरा बेअदबी और पुलिस फायरिंग के मामलों में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वे मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा गठित 3 सदस्यीय पैनल से मिलने के लिए नयी दिल्ली पहुंचे. इससे पहले समिति ने सोमवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ सहित पंजाब के 26 नेताओं से फीडबैक ली थी. यह पैनल बुधवार तक दोनों पक्षों की बात सुनेगा.


दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से मुलाकात के बाद पंजाब विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, "मैं यहां जमीनी स्तर से लेकर हाईकमान तक लोगों की आवाज उठाने आया हूं. लोकतांत्रिक सत्ता पर मेरा स्टैंड वही है. लोगों की शक्ति लोगों के पास लौटनी चाहिए. मैं जो कुछ भी कह रहा हूं वह सच के लिए कह रहा हूं." पंजाब उन तीन राज्‍यों में से है, जहां कांग्रेस पार्टी की सत्ता है. राज्‍य में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव है लेकिन विपक्ष कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ है. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी पर आए संकट को दूर करने के लिए समिति दो उप मुख्‍यमंत्रियों की नियुक्ति की सिफारिश कर सकती है, इसमें से एक दलित समाज से हो सकता है. समिति जालंधर के विधायक और पूर्व इंटरनेशनल हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह से भी मिल सकती है. 






दिल्ली में हाईकमान की कमेटी से मिलेंगे सीएम 


बता दें कि पिछले एक महीने से कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ नवजोत सिद्धू के अलावा दो मंत्रियों और कई विधायकों ने मोर्चा खोल रखा है. कोटकपूरा पुलिस फ़ायरिंग केस की जाँच हाईकोर्ट में ख़ारिज होंने के बाद कैप्टन पर कई कांग्रेसी नेता बादल परिवार से मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं. CM कैप्टन अमरिंदर सिंह गुरुवार या शुक्रवार को दिल्ली में हाईकमान की कमेटी से मिलेंगे.


ये भी पढ़ें


India vs Corona Conclave 2.0: संकट की घड़ी में सबको साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहे-जायडस वेलनेस


शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया