नई दिल्ली: आज लोकसभा में भाषण के बाद गले मिलने को लेकर राहुल गांधी पर पीएम नरेंद्र मोदी ने निशाना साधा. पीएम मोदी ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने की जल्दी है. पीएम मोदी ने कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें उठने के लिए कहा था और ये अहंकार दिखाता है. वहीं राहुल गांधी के आंख मारने पर तंज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके आंखों के खेल को पूरा देश टीवी पर देख रहा है.
देश को कांग्रेस ने अस्थिरता में धकेला: पीएम मोदी
संख्याबल वाले सोनिया गांधी के बयान पर भी प्रधानमंत्री ने जोरदार पलटवार किया. दरअसल सोनिया गांधी ने कहा था कि कौन कहता है कि हमारे पास संख्याबल नहीं है. इस पर पीएम मोदी ने कहा कि ये सोनिया गांधी का अहंकार है. सोनिया गांधी को 'अहंकारी' बताते हुए उन्होंने 1999 का जिक्र करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार एक वोट से गिराई गई. देश को कांग्रेस ने अस्थिरता में धकेला.
मैं खड़ा भी हूं और चार साल के अपने काम के बल पर अड़ा भी हूं: पीएम मोदी
इसके साथ ही राहुल गांधी के उस बयान पर भी पीएम मोदी ने पलटवार किया कि जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर संसद में मुझे 15 मिनट बोलने दिया जाए पीएम मोदी खड़े नहीं हो पाएंगे. इसका जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''मैं खड़ा भी हूं और चार साल के अपने काम के बल पर अड़ा भी हूं.'' अपने भाषण में कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''कांग्रेस का साथ मतलब हम तो डूबेंगे सनम तुमको भी ले डूबेंगे. कांग्रेस के साथी दलों का डूबना तय है. कांग्रेस जमीन से कट चुकी पार्टी है.''
राहुल गांधी के भागीदार वाले बयान पर भी पीएम मोदी ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, ''हम देश के किसानों की पीड़ा के भागीदार हैं, गरीबों के दुख के भागीदार हैं. हम चौकीदार भी हैं, भागीदार भी हैं, इस पर हमें गर्व है, लेकिन हम सौदागर या ठेकेदार नहीं है.''
2019 और 2024 में चुनाव जीतने का दावा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''आजकल शिव भक्ति की बातें हो रही हैं और मैं भगवान शिव से प्रार्थना करता हूं कि साल 2024 में आप फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाएं.''
डोकलाम के मुद्दे पर भी राहुल को घेरा
डोकलाम के मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, ''यहां पर डोकलाम की चर्चा हुई, मैं मानता हूं कि जिस विषय की जानकारी नहीं है कभी-कभी उस पर बोलने से बात उल्टी पड़ जाती है. इससे व्यक्ति का नुकसान कम और देश का नुकसान ज्यादा होता है. जब सारा देश, सारा तंत्र एकजुट होकर डोकलाम के विषय पर अपनी-अपनी जिम्मेदारी संभाल रहा था तब वे (राहुल गांधी) चीन के राजदूत के साथ बैठते हैं...बाद में कभी ना तो कभी हां. कोई कहता था मिले, कोई कहता था नहीं मिले. कांग्रेस प्रवक्ता ने तो पहले साफ मना किया कि उनके नेता चीनी राजदूत से नहीं मिले लेकिन फिर एक प्रेस विज्ञप्ति आ गई. फिर कांग्रेस बोलने को मजबूर हो गई कि हां मुलाकात हुई थी.’’
मैं कौन होता हूं जो आपकी आंख में आंख डाल सकूं
राहुल गांधी ने आज कहा था प्रधानमंत्री नर्वस दिख रहे हैं वो मेरी आंख में आंख नहीं डाल सकते. प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी की बात का जवाब देते हुए कहा, ''यहां कहा गया कि प्रधानमंत्री अपनी आंख मेरी आंख में नहीं डाल सकते. ये बात सही, हम कौन होते हैं जो आपकी आंख में आंख डाल सकते हैं. आप तो नामदार हैं, हम कामदार हैं, हम गरीब परिवार के बेटे हैं. इतिहास गवाह है सुभाष चंद्र बोस ने मोरारजी देसाई, जयप्रकाश नारायण, चौधरी चरण सिंह, सरदार वल्लभभाई पटेल, चंद्रशेखरजी यहां तक कि प्रणब मुखर्जी ने आंख में आंख डालने की कोशिश की तो उनके साथ क्या किया गया? मैं सारा कच्चा-चिट्ठा खोलकर रख सकता हूं.''