Shivamurthy Sharanaru Arrested: कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में स्थित मुरुगा मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुगा शरणारु को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनपर दो नाबालिग लड़कियों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक के ADGP, लॉ एंड ऑर्डर आलोक कुमार ने कहा कि पूरे मामले में निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा. मेडिकल टेस्ट और जांच प्रक्रिया नियम के अनुसार होगी. उन्हें न्यायाधीश के सामने भी पेश किया जाएगा.

पुलिस ने महंत और चार अन्य के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा अधिनियम (पोक्सो), अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.

महंत को एफआईआर दर्ज होने के सात दिनों बाद गिरफ्तार किया गया है. शरणारू राज्य के सबसे प्रमुख लिंगायत (Lingayat) मठ के धर्मगुरू हैं. उनपर आरोप है कि उन्होंने मठ के ही स्कूल में पढ़ने और छात्रावास में रहने वाली 15 और 16 वर्ष की दो लड़कियों का यौन-उत्पीड़न जनवरी 2019 से लेकर जून 2022 तक किया.

गुरुवार को नहीं मिली जमानत

मुरुगा शरणारु ने गिरफ्तार से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी. हालांकि गुरुवार को चित्रदुर्ग की अदालत ने सुनवाई शुक्रवार तक के लिए टाल दी. इससे पहले उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं मठ के प्रशासनिक अधिकारी एस. के. बसवराजन ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह महंत शिवमूर्ति मुरुगा शरणारु के खिलाफ किसी साजिश में शामिल नहीं हैं और उन्होंने बच्चों की रक्षा करने की कोशिश कर अपना कर्तव्य निभाया है.

मठ के अधिकारियों ने पूर्व विधायक बसवराजन और उनकी पत्नी पर महंत के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था. बसवराजन ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि आने वाले दिनों में सभी को सब कुछ पता चल जाएगा और अगर बच्चे सही हैं, तो उन्हें न्याय मिलेगा.

इस बीच बसवराजन और उनकी पत्नी को अदालत ने यौन उत्पीड़न और अपहरण के एक मामले में जमानत दे दी. उनके खिलाफ यह शिकायत एक महिला ने दर्ज कराई थी और कहा जाता है कि शिकायतकर्ता मठ की एक कर्मचारी है. बसवराजन ने कहा कि उनके और उनकी पत्नी के खिलाफ मामला 'पूरी तरह से गलत' और महंत और चार अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज मामलों को लेकर जवाबी आरोप है.

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