मुंबई: गोरेगांव के अंबेडकरनगर इलाके में एक खुले हुए गटर में गिरे बच्चे के मिलने की उम्मीद अब बुझने लगी है. 48 घंटों से भी ज्यादा तक बच्चे को ढूंढने की कोशिश करने के बाद हार मानकर शुक्रवार रात को एनडीआरएफ ने तलाशी अभियान बंद कर दिया. मासूम को खो देने वाले परिजन बेहद गुस्से में हैं तो वहीं शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे BMC के सर्च ऑपरेशन को लेकर एबीपी न्यूज़ के सवाल पर जवाब देने से बचते नजर आए.

दरअसल आदित्य ठाकरे मुंबई के बांद्रा कार्टर रोड पर मौजूद लोगो को एक कार्यक्रम के जरिए जागरूक करने पहुंचे थे. यहीं दिव्यांश सिंह को लेकर BMC द्वारा किए जा रहे सर्च ऑपेरशन पर उठ रहे सवाल पर उनसे एबीपी न्यूज़ ने जवाब मांगा.

आदित्य ठाकरे से पूछा गया कि लगभग 3 दिन हो चुके है लेकिन दिव्यांश को ढूंढने में प्रशासन नाकामयाब रही है, जिसे लेकर BMC पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं? इसपर ठाकरे ने कहा, '' ये एक दुखद घटना है लेकिन इस पर कोई भी निर्णय लेने से पहले एक जांच होना ज़रूरी है कि ये क्यों हुआ? इसका जिम्मेदार कौन है? जो कोई भी ज़िम्मेदार है उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.''

इसके बाद आदित्य से दूसरा सवाल पूछा गया कि ये पहली बार नही है कि मैनहोल में गिरकर किसी ने अपनी जान गवाई है. 2017 में ऐसा ही हादसा हुआ था जब उस वक्त बॉम्बे अस्पताल के दीपक मैनहोल में गिर कर अपनी जान गवां बैठे थे.? आदित्य ने इस सवाल के जवाब में कहा,'' हमारे BMC के कर्मचारी जगह-जगह लाल झंडा लगाकर लोगो को मैनहोल के बारे में जागरूक कर रहे है और सोशल मीडिया पर लगातार हमें मिल रही शिकायतों को भी हम देख कर उचित कार्रवाही कर रहे है.''

बता दें कि दिव्यांश के पिता लगातार मेयर के इस्तीफे की मांग कर रहे है. जब आदित्य से पूछा गया कि सर्च आपरेशन करने के लिए BMC के पास कोई बेहतर तकनीक नही है जिसके कारण दिव्यांश को ढूढने में इतना अधीक समय लग रहा है तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. यह भी देखें