Mumbai Murder Case: मुंबई के मीरा रोड इलाके में हुई सनसनीखेज हत्या की हर तरफ चर्चा है. एक 56 साल के शख्स ने बड़ी बेरहमी से अपनी लिव-इन पार्टनर सरस्वती की हत्या कर दी और उसके बाद शव का जो हाल किया वो रूह कंपा देने वाला था. इस वहशी शख्स ने शव के कई टुकड़े किए और फिर प्रेशर कुकर में उन्हें उबाल दिया. इसके बाद शव के टुकड़ों को मिक्सी में पीसकर थैले में भर दिया. इस खौफनाक हत्याकांड ने दिल्ली में हुए श्रद्धा मर्डर केस की यादें ताजा कर दीं. श्रद्धा की तरह सरस्वती भी लिव-इन में रह रही थी और उसी केस की तरह यहां भी शव के कई टुकड़े कर दिए गए. 


ठिकाने लगाने के लिए शव के टुकड़े
दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड और मुंबई के सरस्वती हत्याकांड में कई चीजें एक जैसी हैं. दोनों ही आरोपियों आफताब पूनावाला और मनोज ने अपनी पार्टनर से शादी करने का वादा किया था, लेकिन लिव-इन में रह रहे थे. दोनों केस में कपल किराए के मकान में रहते थे. वहीं हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने का भी तरीका एक जैसा ही था. दोनों मामलों में शव के टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने की कोशिश की गई. 


दोनों आरोपियों ने अपनाए ये तरीके
इन समानताओं के अलावा भी कई और चीजें दोनों हत्याकांड को एक दूसरे के जैसा बना रही हैं. जैसे कि आफताब पूनावाला को हत्या के बाद बैग हाथ में लिए बाहर जाते देखा गया था, जिसमें वो शव के टुकड़े लेकर जाता था... वैसे ही मनोज भी सीसीटीवी में बैग लेकर बाहर निकलता दिखा था. हालांकि अब तक साफ नहीं हुआ है कि वो उसमें लाश के टुकड़े रखता था या फिर नहीं... पूनावाला ने शव के टुकड़ों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें फ्रिज में रखा था, जबकि मनोज ने उन्हें प्रेशर कुकर में उबालकर पीसने का तरीका अपनाया. वो आफताब की तरह बदबू रोकने में कामयाब नहीं रहा, शव के टुकड़ों की इस बदबू के चलते पुलिस उसके दरवाजे तक पहुंच गई. 


पुलिस पूछताछ में कई दावे
अब अगर दोनों आरोपियों के कबूलनामे की बात करें तो श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब ने पुलिस को बताया था कि गुस्से में आकर उसने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी. वहीं मनोज ने पूछताछ में दावा किया है कि सरस्वती ने सुसाइड किया था, जिसके बाद वो घबरा गया और उसने बॉडी को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. फिलहाल पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है और आरोपी के दावों को लेकर भी जांच शुरू है. पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट और आरोपी की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है. 


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