नई दिल्ली: सच कहते हैं जाको राखे साइयां मार सके ना कोय...मुंबई में एक चमत्कार हुआ है. मुंबई के घाटकोपर में चार मंजिला बिल्डिंग ढहने के हादसे में अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 पहुंच गई है लेकिन इसी दुर्घटना में एक चमत्कार सामने आया है. दरअसल बिल्डिंग के मलबे के नीचे से करीब 15 घंटे बाद एक शख्स जिंदा बाहर निकला है.
घाटकोपर हादसा: अबतक 17 मरे, बिल्डिंग का मालिक शिवसेना नेता गिरफ्तार
मौत के मुंह से बाहर निकलने वाले राजेश अपने परिवार के साथ घाटकोपर के साईदर्शन बिल्डिंग में रहते थे. जब यह हादसा हुआ तब राजेश के बेटे दर्शन उनकी मां को लेकर घर से बाहर गए थे, जिससे राजेश मलबे के नीचे फंस गए. इस घटना के बाद शाम पांच बजे दर्शन के मोबाइल पर एक कॉल आयी. यह कॉल किसी और की नहीं बल्कि दर्शन के पिता और मलबे में फंसे राजेश की थी. अपने पिता का नंबर देख कर दर्शन जान गए कि मलबे के नीचे से उनके पिता मदद की गुहार लगा रहे हैं.
राजेश का लोकेशन तय होने के बाद एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और पूरी डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम हौसले के साथ काम पर जुट गई. मलबे के नीचे फंसे राजेश को जिंदा बाहर निकालना काफी मुश्किल था. अंदर फंसे किसी को नुकसान ना पहुंचे इसलिए पूरी सावधानी से काम किया गया और मशीनों को बंद कर हाथों से पत्थर हटाया गया. अंत में जाकर राजेश को जिंदा बाहर निकाल लिया गया.
राजेश और उन जैसे कई और इस दूर्घटना से बाल-बाल बचे. इसका पूरा श्रेय रेस्क्यू टीम को दिया जा रहा है. लगातार 15 घंटों के परिश्रम के बाद राजेश को रात 1.30 बजे जिंदा बाहर निकाला गया.