मुंबईः कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब मॉल में जाने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा. बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) ने कहा है कि वह मुंबई में सभी मॉल में कोरोना वायरस टेस्ट के सैंपल लेने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट की फैसिलिटी प्रोवाइड करवाएगा.


एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर सुरेश काकानी ने कहा कि तेजी से बढ़ते मामलों के कारण बीएमसी ने यह निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि 22 मार्च से सभी मॉलों के लिए स्वैब कलेक्शन की फैसिलिटी होना अनिवार्य होगी. इसके लिए एक टीम एंट्रेस गेट पर तैनात की जाएगी.

निगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर नहीं होगा टेस्ट
बीएमसी वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि सिम्टम्स वाले किसी मरीज को पहचानना मुश्किल है और एक बार जब कोई व्यक्ति मॉल जैसे भीड़ भरे स्थान पर जाता है, तो वायरस फैल सकता है. उन्होंने कहा कि लोगों को मॉल में प्रवेश करने से पहले या तो अपनी निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी या फिर टेस्ट के लिए तैयार रहना होगा.


मुख्यमंत्री ठाकरे ने मॉल मालिकों से की थी मीटिंग
बीएमसी का यह भी कहना है कि मुंबई में लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू की पॉसिबिलिटी नहीं है. इसके बजाए, बस स्टॉप, पब्लिक पार्किंग पैलेस, आउटसाइड भोजनालय जैसे लोगों की भीड़ वाले स्थानों की कड़ी जांच की जाएगी. 18 मार्च को मुंबई में 2877 नए मामले और 8 मौतें दर्ज की गईं. मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि वायरस तेजी से फैल रहा है और आने वाले दिनों में मामले बढ़ सकते हैं.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में मॉल मालिकों से मुलाकात की थी और कोविड के नियमों के पालन पर लास्ट वार्निंग दी थी. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी कहा है कि राज्य में बढ़ते मामलों का लॉकडाउन समाधान नहीं है.


यह भी पढ़ें
Unemployment in India: कोरोना के बीच दोहरी चोट, देश में मार्च 2021 में 6.5 फीसदी हुई बेरोजगारी दर


कोरोना से हालात फिर बेकाबू: महाराष्ट्र के 10 जिलों में नाइट कर्फ्यू, अब चुनावी राज्य तमिलनाडु भी चपेट में