कोलकाता: बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और उनके बेटे सुभ्रांशु रॉय की आज करीब चार साल बाद घर वापसी हुई है. नवम्बर 2017 में टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले मुकुल रॉय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आज लंबी चर्चा के बाद उनकी पार्टी का दामन थाम लिया. 


इस मौके पर ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने मुकुल रॉय को पार्टी का पटका पहनाया और गले लगाया. इसके बाद मुकुल रॉय ने कहा कि घर में आकर अच्छा लग रहा है. बंगाल ममता बनर्जी का है और रहेगा. मैं बीजेपी में नहीं रह पा रहा था.


वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे खुशी है कि मुकुल घर लौटे हैं. बीजेपी में गए कई और नेता वापस आना चाहते हैं. हमने कभी भी किसी की पार्टी नहीं तोड़ी. हमने एजेंसियों का इस्तेमाल नहीं किया है. जो आना चाहते हैं वही पार्टी में आ रहे हैं. सिर्फ इमानदार नेताओं के लिए टीएमसी में जगह है.


टीएमसी अध्यक्ष ममता ने कहा, ''जिन्होंने पार्टी की आलोचना की, बीजेपी और पैसे के लिए चुनाव से पहले जिन्होंने पार्टी को धोखा दिया उनकी वापसी नहीं होगी. वे गद्दार हैं.''


बता दें कि पिछले कुछ दिनों से मुकुल रॉय ने बीजेपी से दूरी बनाई हुई थी. बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी दो जून को मुकुल रॉय की बीमार पत्नी को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे थे. इसके बाद ही इस बात की अटकलें तेज हो गयीं कि राजनीतिक समीकरण में बदलाव आ सकता है. रॉय बीजेपी में आने से पहले तृणमूल कांग्रेस में महासचिव थे. हाल ही में अभिषक बनर्जी को महासचिव बनाया गया है. 


मुकुल रॉय ने बीजेपी का दामन छोड़ क्यों टीएमसी में की घर वापसी? ये हैं पांच कारण