केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री और बीजेपी नेता वी. मुरलीधरन में केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन पर आरोप लगाया कि उन्होंने कोरोना संक्रमित होने के बावजूद बिना प्रोटोकॉल का पालन किए वोट डाला. उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें ‘कोविडिएट’ करार दिया. हालांकि, केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने गुरुवार को मुरलीधन के इस दावे को खारिज कर दिया.


केन्द्रीय मंत्री ने सीएम को बताया ‘कोविडिएट’


वी. मुरलीधरन मुरलीधरन ने कहा- “कोविडिएट का मतलब जानते हैं आप. इसके अलावा एक मुख्यमंत्री के लिए और कोई शब्द नहीं हो सकता है जो लगातार कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं. कॉलीकट मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के मुताबिक- केरल के सीएम 4 अप्रैल को कोविड पॉजिटव पाए गए और 6 अप्रैल को बिना प्रोटोकॉल्स का पालन किए उन्होंने वोट डाला.” 


केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने आरोपों को किया खारिज


इधर, केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने कहा- “पता नहीं किस आधार पर वह इस तरह के आरोप लगा रहे हैं. केरल के मुख्यमंत्री ने किसी भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं किया. उनकी बेटी वोटिंग के दिन 6 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. सीएम ने इससे पहले ही वोट कर दिया था. कैसे कोई ये कह सकता है कि वे 8 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हो जाएंगे?”






8 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हुए थे सीएम पी. विजयन


गौरतलब है कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को बुधवार को कोझिकोड के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. वह आठ अप्रैल को कोविड-19 संक्रमित पाये गये थे. एक मेडिकल बुलेटिन के अनुसार मुख्यमंत्री को कोरोना वायरस संक्रमण का पता चलने के बाद आठ अप्रैल को भर्ती कराया गया था.


बुलेटिन के अनुसार, ‘‘उन्हें कोई लक्षण नहीं है और उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है.’’ विजयन ने अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि डॉक्टरों और स्टाफ ने उनकी बहुत अच्छी तरह देखभाल की.


ये भी पढ़ें: केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन हुए कोरोना संक्रमित, लगवा चुके हैं वैक्सीन का पहला डोज