केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत सरकार ने अब तक राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को 22 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दी है. अब तक 20 करोड़ 17 लाख से ज्यादा डोज दी जा चुकी है वहीं 1.84 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज अभी भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं. 

केंद्र सरकार के मुताबिक रणनीति के तहत, हर महीने किसी भी निर्माता की कुल सेंट्रल ड्रग लैबोरेटरी (सीडीएल) द्वारा स्वीकृत वैक्सीन खुराक का 50% केंद्र सरकार द्वारा खरीदा जाएगा. भारत सरकार ने इन खुराकों को राज्य सरकारों को पूरी तरह से मुफ्त में उपलब्ध कराना जारी रखेगी जैसा कि पहले किया जा रहा था.

भारत सरकार ने अब तक राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को 22 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दी है. अब तक कुल  22,16,11,940 मुफ्त श्रेणी और प्रत्यक्ष राज्य खरीद श्रेणी के माध्यम से दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इसमें से, वैक्सीन वेस्टेज सहित कुल 20,17,59,768 वैक्सीन डोज आज सुबह 8 बजे इस्तेमाल की जा चुकी है.

1.84 करोड़ से ज्यादा कोविड वैक्सीन डोज अभी भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं जिन्हें दिया जाना है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ो के मुताबिक राज्यों के पास 1,84,90,522 वैक्सीन डोज मौजूद हैं. इसके अलावा 11,42,630 वैक्सीन डोज पाइपलाइन में हैं और अगले 3 दिनों में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मिल जाएंगी.

भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान तीन टीकों का उपयोग कर रहा है, जिसमें से दो स्वदेशी है यानी मेड इन इंडिया - सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और तीसरी रूसी स्पुतनिक वी को इमरजेंसी यूज़ ऑथराइजेशन की अनुमति ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से मिली है.

देशव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था. कोरोना टीकाकरण के अगले चरण की शुरुआत 1 मार्च से शुरू हुआ था, जिसमें 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के साथ 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें गंभीर बीमारी है उनका टीकाकरण शुरू हुआ था. वहीं 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के हर व्यक्ति को टीकाकरण शुरू किया गया था और 1 मई से 18 से 44 साल के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ था.

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