Parliament Monsoon Session: मंगलवार (08 अगस्त) के दिन संसद में काफी गहमा गहमी देखने को मिली. मणिपुर में हिंसा के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो चुकी है. इस बीच केंद्रीय मंत्री नारायण राणे लोकसभा में बोलते समय अपना आपा खो बैठे और साथी सांसद अरविंद सावंत को सख्त अंदाज में बैठने के लिए कहा.
उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अरविंद सावंत से कहा, “अरे नीचे बैठ.” जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष ने हस्तक्षेप किया तो मंत्री ने कहा कि सावंत के पास पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ बोलने की 'औकात' (स्थिति) नहीं है.
लोकसभा में बोले नायाराण राणे ‘औकात नहीं है’
उन्होंने कहा, “औकात नहीं है इनकी प्रधानमंत्री जी, अमित शाह के बारे में बोलने की...अगर कुछ भी बोला तो तुम्हारी औकात मैं निकालूंगा. अगर आप कुछ कहो, मैं तुम्हें तुम्हारी जगह दिखाऊंगा.” जैसे ही लोकसभा का वीडियो वायरल हुआ, नारायण राणे को संसद के अंदर अपने शब्दों के चयन के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा.
आम आदमी पार्टी ने कहा कि पीएम मोदी के मंत्री ने सड़क के गुंडे की भाषा का इस्तेमाल करते हुए संसद के अंदर धमकी दी और बच गए, जबकि विपक्षी सांसदों को "मोदी सरकार से सवाल पूछने" के लिए निलंबित कर दिया गया है.
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "यह आदमी एक मंत्री है. यहां वह इस सरकार के मानक को प्रदर्शित करता हुआ दिखाई दे रहा है और यह कितना नीचे जा सकता है."
क्या कहा था प्रमोद सावंत ने?
शिवसेना छोड़ने वालों पर निशाना साधते हुए अरविंद सावंत ने कहा, "तब पीएम मोदी ने 36 सेकंड तक बात की थी...वे अब हमें हिंदुत्व सिखा रहे हैं और हम हिंदुत्व के साथ पैदा हुए हैं. जो लोग हिंदुत्व का पालन करते हैं वे पार्टी नहीं छोड़ते. पीएम मोदी एनसीपी को 'नेशनल करप्ट पार्टी' कहा और फिर वे महाराष्ट्र में सरकार में शामिल हो गए.