Monsoon Session Update: संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) के दूसरे दिन लोकसभा (Lok Sabha) की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी सांसदों के हंगामे की भेंट चढ़ गई. विपक्ष के सांसदों ने महंगाई को लेकर जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद सदन को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. हांलाकि, संसद भवन में प्रदर्शन न करने को लेकर संसद कार्यालय ने नोटिस भी जारी किया था.

लेकिन विपक्ष ने आज नोटिस के बावजूद संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा (Mahatma Gandhi Statue) के पास महंगाई को लेकर नारेबाजी की. इस प्रदर्शन में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी मौजूद थे. इस प्रदर्शन में कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दलों ने भी हिस्सा लिया. 

कांग्रेस समेत विपक्ष के नेता रहे शामिल 

महंगाई के ख़िलाफ़ संसद परिसर (Parliament Complex) में हुए विपक्ष के प्रदर्शन में कांग्रेस के बढ़-चढ़ कर हिस्सेदारी की. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, शशी थरूर, शक्ति सिंह गोहिल, रंजीत रंजन और प्रमोद तिवारी जैसे सांसदों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया. 

संसद भवन परिसर में गांधीजी की प्रतिमा के सामने जीएसटी, रसोई गैस सिलेंडर सहित अन्य वस्तुओं की बढ़ी हुई क़ीमतों के ख़िलाफ़ विपक्ष के प्रदर्शन में कांग्रेस सांसदों के अलावा समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव, शिव सेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी सहित टीएमसी और वामपंथी दलों के नेता भी शामिल रहे. 

दोनों सदनों में सुनी गई महंगाई की गूंज 

मानसून सत्र के दूसरे दिन दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया. विपक्ष ने महंगाई, जीएसटी दरों में बढ़ोतरी और अग्निपथ योजना समेत कई मुद्दों पर सरकार को आड़े हाथ लिया. विपक्षी दलों ने इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की थी. हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है. 

संसद के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. कल यानी सोमवार को भी मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने महंगाई, जीएसटी समेत महंगाई से जुड़े कई मुद्दों पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया था. आज प्रदर्शन के दौरान राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “सभी विपक्षी पार्टियां हैं, वो लड़ रही है और हम लड़ेंगे. जोरोज़मर्रा की चीज़ों पर लगाए जाने वाले टैक्स के खिलाफ हम प्रदर्शन कर रहे हैं. दूध, दही, पनीर जैसी चीजों पर टैक्स लगाया गया है. इसके खिलाफ हम सदन में आगे भी अपनी बात रखेंगे.”

विपक्ष रोज़ दे रहा है महंगाई पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव 

विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य विपक्षी सदस्यों ने सशस्त्र बलों के लिए अग्निपथ भर्ती योजना, जीएसटी में वृद्धि, मूल्य वृद्धि और अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया था. लेकिन विपक्ष के कार्यस्थगन प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया. 

आम आदमी पर महंगाई का असर

जीएसटी काउंसिल के फैसले लागू होने के बाद आज से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गई है.  इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं. इन पर अब 5% GST देना होगा. इसी तरह 5 हजार रुपये से अधिक किरायेवाले अस्पताल के कमरों पर भी GST देना होगा. इसके अलावा एक हजार रुपये प्रतिदिन से कम रेंट वाले होटल के कमरों पर 12% GST देना होगा. विपक्षी दलों के अनुसार मोटे तौर पर इन रोज़मर्रा के खाद्य पदार्थों पर लगाई गई 5% GST का भार आम आदमी पर भारी पड़ रहा है- दही, लस्सी और छाछ, पनीर , सभी तरह के गुड़, खांडसारी शुगर, नेचुरल हनी, मुरमुरे, चूड़ा, छेना, चावल, गेहूं, राई, जौ, आटा आदि.

इसे भी पढ़ेंः-

LAC Standoff: भारत-चीन के बीच 16वें दौर की बैठक में भी नहीं निकला ठोस समाधान, LAC पर स्थिरता बनाए रखने पर जताई सहमति

जीएसटी: वरुण गाँधी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ क्यों खोल दिया मोर्चा?