Zoramthanga On PM Modi: मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने सोमवार (23 अक्टूबर) को कहा कि विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आएंगे तो वह उनके साथ मंच साझा नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी 30 अक्टूबर को राज्य के पश्चिमी हिस्से में स्थित ममित शहर का दौरा कर सकते हैं और यहां बीजेपी उम्मीदवारों के लिए उनके प्रचार करने की संभावना है.  


बीजेपी के साथ सहानुभूति रखना पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा- जोरमथंगा


जोरमथंगा ने बीबीसी समाचार को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ''मिजोरम में सभी लोग ईसाई हैं. जब मणिपुर के लोगों (मेइती समुदाय) ने वहां सैकड़ों गिरजाघर जलाए तो वे (मिजोरम के लोग) इस तरह के विचार के पूरी तरह से खिलाफ थे. इसलिए, इस समय बीजेपी के साथ सहानुभूति रखना मेरी पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा.''


'बेहतर होगा कि प्रधानमंत्री अकेले आएं और खुद मंच संभालें'


मिजोरम के सीएम ने कहा, ''बेहतर होगा कि प्रधानमंत्री अकेले आएं और खुद मंच संभालें और मैं अलग से प्रचार करूं.'' राज्य में सात नवंबर को विधानसभा चुनाव होना है. जोरमथंगा की मिजो नेशनल फ्रंट (MNF), भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) का हिस्सा है और केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सहयोगी है, लेकिन मिजोरम में एमएनएफ बीजेपी के साथ नहीं है.  


'एमएनएफ एनडीए और एनईडीए में इसलिए हुआ शामिल'


मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएनएफ एनडीए और एनईडीए में इसलिए शामिल हुआ कि यह कांग्रेस के पूरी तरह से खिलाफ है और यह इसके नेतृत्व वाले किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनना चाहता. म्यांमा, बांग्लादेश और मणिपुर के 40,000 से अधिक लोग राज्य में शरण लिए हुए हैं. जोरमथंगा ने कहा कि यह केंद्र की जिम्मेदारी है कि वह मणिपुर में शांति बहाल करे ताकि लोग अपने मूल राज्य में वापस जा सकें.


यह भी पढ़ें- MP Election 2023: मध्य प्रदेश की राजनीति में तंत्र-मंत्र की एंट्री, उज्जैन के श्मशान में साधना पर शिवराज सिंह चौहान का निशाना