नई दिल्ली: प्रद्युम्न की हत्या के चार दिन बाद केंद्र सरकार स्कूल में मासूमों की सुरक्षा पर सचेत हुई है. स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गाइडलाइंस तय करने के लिए आज मानव संसाधन विकास मंत्रालय और बाल विकास कल्याण मंत्रालय की बड़ी बैठक होगी.


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ABP न्यूज ने बजाई थी तानाशाही के खिलाफ घंटी

दो दिन पहले ही ABP न्यूज ने गुरुग्राम के नामी रायन इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के प्रद्युम्न की हत्या का मुद्दा उठाते हुए देश में पब्लिक स्कूलों की हत्यारी तानाशाही के खिलाफ घंटी बजाई थी. अपनी रिपोर्ट में हमने मांग की थी कि महिला और बाल कल्याण मंत्रालय समेत सरकार के दूसरे ऐसे विभागों और मंत्रालयों को स्कूलों में सुरक्षा के मुद्दे पर आगे आना चाहिए, तभी तस्वीर बदल सकती है, और स्कूलों में बच्चे सुरक्षित रह सकते हैं.

ABP न्यूज की रिपोर्ट प्रसारित होने के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय और महिला बाल कल्याण मंत्रालय ने साथ मिलकर अब इस दिशा में बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है.

जावडेकर-मेनका गांधी करेंगे उच्च स्तरीय बैठक

आज मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर और महिला बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी एक उच्च स्तरीय बैठक कर शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षा प्रोटोकॉल तैयार करने की शुरुआत करने जा रहे हैं. बैठक में बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अलावा सीबीएसई, एनसीआईआरटी और केंद्रीय विद्यालय संगठन के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.

तय किए जाएंगे दिशा निर्देश

बैठक में स्कूल के अंदर बच्चों पर किसी भी प्रकार के हमले या शारीरिक या मानसिक क्षति से बचाने के लिए दिशा निर्देश तय किए जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने प्रद्युम्न की हत्या की जांच सीबीआई से करवाने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर दिशानिर्देश जारी करने संबंधी याचिका पर केंद्र और हरियाणा पुलिस को एक नोटिस भी जारी किया था.