नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में सिर्फ पांच दिन बाकी हैं. इस आखिरी राउंड में बीजेपी पूरी तरह आक्रामक हो चुकी है. बीजेपी के 200 से ज्यादा नेता सड़कों पर उतर चुके हैं, इसके जवाब में आम आदमी पार्टी ने एक अंडर ग्राउंड कैंपेन शुरू की है. इसका मकसद बीजेपी के वोट में सेंध लगाना है.


इस कैंपेन के तहत आप ने हर विधानसभा में 5000 समर्थकों को उतारा है. पूरी दिल्ली में बीजेपी के साढ़े 10 लाख वोटरों को तोड़ने की कोशिश है. ये चुनावी जंग अब नाक की लड़ाई बन चुकी है. पिछले चुनाव में सिर्फ तीन सीटें जीतने वाली बीजेपी ने इस बार पूरी ताकत झोंक दी है. रणनीति बनाने से लेकर प्रचार तक की कमान अमित शाह ने खुद संभाल रखी है.


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शाहीन बाग को चुनावी मुद्दा बनाकर बीजेपी ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं, वहीं जमीनी स्तर पर अमित शाह ने बूथ जीतो, चुनाव जीतो की रणनीति बनाई है. 2015 के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी ने दिल्ली का हर चुनाव जीता है. चाहे वो एमसीडी हो या लोकसभा. अब सवाल है कि आम आदमी पार्टी के पास बीजेपी की रणनीति का क्या जवाब है?


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने एक अंडर ग्राउंड कैंपेन लॉन्च किया है. इसके लिए हर विधानसभा में आप के 5000 कट्टर समर्थकों की लिस्ट बनाई गयी है. इन 5000 समर्थकों में से हर व्यक्ति को तीन बीजेपी समर्थकों को तोड़ने की जिम्मेदारी दी गयी है. यानी हर विधानसभा में 15000 बीजेपी समर्थकों को तोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए आप ने बीजेपी समर्थकों के नाम, फोन नंबर और पते की जानकारी वाली लिस्ट भी बनाई है. यानी केजरीवाल की तैयारी बीजेपी के वोटबैंक में सेंध लगाने की है और उनको इसकी जरूरत इसलिए भी पड़ रही है क्योंकि बीजेपी शाहीन बाग को लेकर जितनी आक्रामक हो चुकी है उससे केजरीवाल की चुनावी जमीन खिसकने लगी है.