Manipur Violence Update: देश का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर पिछले 4 महीनों से लगातार हिंसा की चपेट में है. हाल ही में शुक्रवार को थवाई कुकी गांव में कथित तौर पर हमला कर दिया गया था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. ताजा घटनाक्रम में इस इलाके में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की टुकड़ियां तैनात की जाएंगी.


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले के जानकार लोगों का कहना है कि सुरक्षा बल आसपास की पहाड़ियों के जंगलों में तलाशी ले रहे हैं, जहां हथियारबंद बदमाशों के छिपे होने की आशंका है, लेकिन हमलावर अभी भी फरार हैं. मैतेई और कुकी समाज के बीच की इस हिंसा में अब तक कम से कम 155 लोगों की मौत हो चुकी है और 55 हजार लोग अपने इलाकों को छोड़ चुके हैं.


सीएम एन बीरेन सिंह ने दिए थे जांच के आदेश


रिपोर्ट में बताया गया है कि बीएसएफ की संभावित तैनाती उस दिन हुई है जब मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पहाड़ी जिले में स्वतंत्रता दिवस परेड में हथियारों के प्रदर्शन पर चुराचांदपुर के उपायुक्त से स्पष्टीकरण मांगा और जांच के आदेश दिए थे. ये एक ऐसा घटनाक्रम था जिसने जातीय हिंसा प्रभावित राज्य में तनाव और बढ़ा दिया था. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जिसमें लोग अत्याधुनिक हथियार लिए हुए दिखाई दिए.


मामले से वाकिफ राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा, “सीएम ने इस पर रिपोर्ट मांगी है कि कैसे लोग हथियार लेकर जा रहे थे और सार्वजनिक रूप से प्रदर्शन भी कर रहे थे. ये जिला प्रशासन की आधिकारिक 15 अगस्त की परेड नहीं थी, बल्कि चुराचांदपुर मैदान में ज़ोमी काउंसिल संचालन समिति की ओर से आयोजित की गई थी.''


वहीं, इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने आरोपों से इनकार किया. आईटीएलएफ के प्रवक्ता गिन्ज़ा वुअलज़ोंग ने कहा कि परेड में भाग लेने वाले लोग गांव के स्वयंसेवक थे. वुएलज़ोंग ने कहा, "ग्रामीण स्वयंसेवकों की ओर से रखी गई बंदूकें खिलौने वाली बंदूकें या लकड़ी की बंदूकें हैं."


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