Manipur: मणिपुर सरकार को "ड्रग्स के खिलाफ युद्ध" (War against Drugs)  में समर्थन देने के लिए मणिपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ (MUSU), मणिपुर विश्वविद्यालय आदिवासी छात्र संघ और सभी आदिवासी कॉलेज छात्र संघ आगे आए हैं. MUSU के एक पत्र में लिखा है कि "अवैध नशीली ड्रग्स का व्यापार लगभग हर देश का एक पिछले दरवाजे का व्यवसाय रहा है. इस नशीली ड्रग्स के खतरे और इसके दुरुपयोग के लिए MUSU मणिपुर सरकार के "ड्रग पर युद्ध" अभियान के किसी भी कदम के लिए दिल से समर्थन देता है"

मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने "ड्रग्स 2.0 पर युद्ध" के तहत एक नई स्व-व्याख्यात्मक अभिनव योजना "पहाड़ी क्षेत्रों में पोस्ता की खेती के विकल्प के रूप में बागवानी फसलों की खेती" शुरू की. इस अवसर पर राज्य के बागवानी और मृदा संरक्षण विभाग के परिसर में बोलते हुए बीरेन ने कहा कि उनकी सरकार "ड्रग्स पर युद्ध" अभियान के लिए प्रतिबद्ध है.

मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने किया MUSU का धन्यवाद

वहीं, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने एमयूएसयू के इस समर्थन पर शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि, 'एक बहुत ही उत्साहजनक कदम में मणिपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ (एमयूएसयू) ने सरकार की "ड्रग्स पर युद्ध" पहल का समर्थन करने और नशीली दवाओं के खतरे के मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने का संकल्प लिया है. आपके इस समर्थन के लिए धन्यवाद'

बता दें, मणिपुर में पिछले कई दशकों से ड्रग्स का चलन रहा है लेकिन अब सरकार की ओर से ही पहल कर के इसे खत्म किया जा रहा है. 

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