मणिपुर के चुराचांदपुर जिले से एक देसी रॉकेट बरामद किया गया है. पुलिस ने मंगलवार (7 अक्टूबर, 2025) को जानकारी देते हुए बताया कि ये रॉकेट 9 फीट लंबा और 200 किलोग्राम वजनी था. उन्होंने बताया कि इसे रविवार को एस लोनफाई और तुईकोंग गांवों के आस-पास से बरामद किया गया. 

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मणिपुर पुलिस ने बताया कि राज्य में यह बरामदगी ऐसे समय में हुई है, जब राज्य में अस्थिरता और हिंसा की घटनाएं अब तक पूरी तरह से थमी नहीं हैं. रॉकेट को निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया और सुरक्षित रूप से विस्फोटक सामग्री को हटाया गया. पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि वो ये जांच कर रहे हैं कि यह रॉकेट किसने और किस उद्देश्य से तैयार किया था.

'पूरे इलाके में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती' पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक जांच के अनुसार यह देसी तौर पर निर्मित रॉकेट किसी स्थानीय हथियारबंद समूह द्वारा बनाया गया हो सकता है. रॉकेट की बरामदगी के बाद पूरे इलाके में सुरक्षाबलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है और बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.

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रॉकेट हमले में हुई थी एक बुज़ुर्ग व्यक्ति की मौत बता दें कि सितंबर 2024 में मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के मोइरांग में हुए रॉकेट हमले में एक बुज़ुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से सुरक्षा एजेंसियां लगातार रॉकेट और विस्फोटक निर्माण से जुड़े नेटवर्क पर नजर रख रही हैं. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें ताकि ऐसे खतरनाक हथियारों के इस्तेमाल को रोका जा सके.

इससे पहले मणिपुर में सुरक्षा बलों ने रविवार रात जिरीबाम में 2 शक्तिशाली आईईडी बरामद कर उन्हें नष्ट किया था. इससे एक बड़ा हादसा टल गया. एक अधिकारी ने बताया कि खुफिया सूचनाओं के आधार पर असम राइफल्स के जवानों ने दक्षिण असम से लगते जिरीबाम के मखाबस्ती में तलाशी अभियान के दौरान 12 किलोग्राम वजन के 2 आईईडी और 500 ग्राम वजन के 3 इलेक्ट्रिक पावर स्त्रोत बरामद किए.

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