Mahua Moitra Target Nishikant Dubey: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार 17 मार्च को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे पर निशाना साधा. उन्होंने दुबे के अकादमिक रिकॉर्ड खंगालने के बाद उनकी शैक्षिक योग्यता की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया. मोइत्रा ने दावा किया कि निशिकांत दुबे की डिग्री फर्जी है. मोइत्रा ने कहा कि 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान, दुबे ने चुनाव आयोग को अपनी योग्यता के रूप में 'दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से पार्ट टाइम एमबीए' का उल्लेख करते हुए हलफनामा दिया था, जो कि फर्जी है. 


तृणमूल सांसद ने ट्विटर पर लिखा कि 27.08.2020 को दिल्ली विश्वविद्यालय ने एक उत्तर में स्पष्ट रूप से कहा कि माननीय सदस्य के नाम वाले किसी भी उम्मीदवार को वर्ष 1993 में डीयू के किसी एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश नहीं दिया गया था. इसके साथ ही न ही किसी को पास आउट किया गया जैसा कि हलफनामे में दावा किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने डीयू का एक आरटीआई जवाब भी शेयर किया.मोइत्रा ने इसके बाद पीएचडी आवेदन के दस्तावेज को शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा कि पीएचडी बिना एमबीए के नहीं हो सकती है. इस डिग्री में डीयू की एमबीए की डिग्री का कहीं उल्लेख नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएचडी में दुबे के पास प्रताप विश्वविद्यालय से ही एमबीए की डिग्री है, जो 2013-2015 सत्र से है.



एमबीए की डिग्री इकट्ठा करना है पसंद


महुआ मोइत्रा ने एक दूसरा ट्वीट किया कि दुबे को "स्पष्ट रूप से एमबीए की डिग्री इकट्ठा करना पसंद है". इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आप "कभी नहीं जानते कि कौन काम कर सकती है".  बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ साल 2020 में झारखंड  हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई थी. इसमें सांसद पर अपने चुनाव नामांकन पत्र में कथित तौर पर फर्जी डिग्री जमा करने का आरोप लगाया गया था.


मोइत्रा का यह कमेंट दुबे के लोकसभा विशेषाधिकार समिति से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त करने का आग्रह करने के बाद आया है. इसके साथ ही दुबे ने कहा था कि ब्रिटेन में वायनाड के सांसद की "अपमानजनक" टिप्पणी की जांच के लिए एक विशेष संसदीय समिति बनाई जाए. जिसको लेकर मोइत्रा ने कहा कि जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं उन्हें पत्थर नहीं फेंकना चाहिए और जिन लोगों के पास फर्जी डिग्रियां हैं और जिन्होंने हलफनामे पर झूठ बोला है, उन्हें निश्चित रूप से नियम पुस्तिका नहीं फेंकनी चाहिए.


ये भी पढ़ें: Army Chief: बॉर्डर के दोनों ओर सेना की भारी तैनाती, आर्मी चीफ मनोज पांडे बोले- चीन का पीछे हटने का इरादा...