Maharashtra NCP Crisis: महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद एनसीपी में दो फाड़ हो चुके हैं और अजित पवार डिप्टी सीएम बनाए गए हैं. अब इस फूट को लेकर तमाम नेता अपने-अपने दावे कर रहे हैं. कांग्रेस के सीनियर नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया है कि उन्हें मिली सूचना के मुताबिक, बीजेपी ने अजित पवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद देने का वादा किया है. अजित पवार के सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे-बीजेपी गठबंधन में शामिल हो जाने से महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिति बदल गई है, चव्हाण से पहले शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने भी दावा किया था कि शिंदे मुख्यमंत्री की कुर्सी खो देंगे. 


अजित पवार के साथ 8 नेता बने मंत्री
2 जुलाई को अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन का नेतृत्व करते हुए उप मुख्यमंत्री बन गए. इससे उनके चाचा शरद पवार को बड़ा झटका लगा जिन्होंने 24 साल पहले एनसीपी की स्थापना की थी. अजित पवार के साथ एनसीपी के आठ नेताओं ने भी एकनाथ शिंदे-भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. 


चव्हाण ने सौदेबाजी को लेकर किया दावा
इसे लेकर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने एक सवाल पर कहा, ''मैंने पहले ही सार्वजनिक तौर पर कहा था कि (अजित पवार भाजपा के साथ जा सकते हैं) लेकिन मुझे आलोचना का सामना करना पड़ा था.'' कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें पहले ही पता था कि यह होगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया, ''इसमें सिर्फ सौदेबाजी चल रही थी कि अजित पवार को क्या मिलेगा. हमारी जानकारी के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष के फैसले, (यानी एकनाथ शिंदे समेत 16 शिवसेना के विधायकों को अयोग्य घोषित करने) की मदद से (शिंदे को) मुख्यमंत्री पद से हटाकर पवार को यह पद देने का वादा किया गया है.


''चव्हाण महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण के स्मारक 'प्रीतिसंगम' में थे. एनसीपी प्रमुख शरद पवार कराड में स्मारक पर पहुंचे और दिवंगत नेता को पुष्पांजलि अर्पित की. पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, ''वह (शरद पवार) महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के घटकों में से एक हैं और मैं उन्हें समर्थन देने के लिए यहां हूं.''उन्होंने कहा, ''राष्ट्रीय स्तर पर पवार साहब विपक्ष की एकता के साथ मजबूती से खड़े हैं और वह बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक में हिस्सा लेंगे.


हाईकोर्ट जा सकता है एमवीए
'कांग्रेस नेता ने बताया कि अगर एमवीए एकजुटता और मजबूती से खड़ा रहता है तो एकनाथ शिंदे-बीजेपी गठबंधन को चुनाव में कोई मौका नहीं मिलेगा, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ लोगों की ''सहानुभूति'' है और कांग्रेस और एनसीपी उनके साथ आ रही है. अगले साल लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव होने हैं. चव्हाण ने अजित पवार के कदम पर कहा, ''हमें तोड़ने की सारी कोशिश की जाएंगी और ऐसा ही हुआ है.''उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को 11 अगस्त तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेना है. ऐसा ना करने पर एमवीए हाईकोर्ट जाएगा. 


(इनपुट- भाषा)


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