Maharashtra Political Crisis: शिवसेना में बगावत के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि मर जाएंगे फिर भी शिवसेना नहीं छोड़ेंगे, कहने वाले आज भाग गए. उन्होंने कहा कि बागी विधायक शिवसेना तोड़ना चाहते हैं. उद्धव ठाकरे ने पार्टी जिला प्रमुख की बैठक में कहा कि मैंने अपने पास के दो विभाग एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को दिए.


उन्होंने कहा, ''विधायकों को लेना है तो ले लो, जितना हो सके इंसाफ ले लो...लेकिन जब तक बालासाहेब की जड़ें हैं, शिवसेना को कुछ नहीं होगा.''


वहीं आदित्य ठाकरे ने कहा कि इससे पहले भी लोगों ने शिवसेना से गद्दारी की है लेकिन उस वक्त ऐसा हुआ था कि शख्स ने विपक्ष को छोड़ दिया और अपने लालच में ही सत्ताधारी दल में शामिल हो गया. सत्ता आती है और चली जाती है, लेकिन लोग उस काम का समर्थन करते हैं जो उद्धव ठाकरे ने पिछले ढाई साल में किया है.


बता दें कि शिवसेना से बगावत करने वाले शिंदे पार्टी के 37 विधायकों और नौ निर्दलीय विधायकों के साथ फिलहाल गुवाहाटी के एक होटल में हैं. उन्होंने पार्टी पर दावा ठोका है. गुरुवार को एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि उनकी अगुवाई वाला समूह ‘वास्तविक शिवसेना’ है. उन्होंने कहा कि अयोग्य करार दिए जाने की धमकियों से उन्हें और उनके समर्थकों को डराया नहीं जा सकता है.


विधायकों पर एक्शन की मांग


दरअसल, कल ही शिवसेना (Shiv Sena) ने विधायक दल की बैठक में भाग नहीं लेने पर शिंदे खेमे के 12 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की मांग की है. आज भी शिवसेना ने चार विधायकों पर कार्रवाई की मांग की. इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के विधायक दल के नेता पद से एकनाथ शिंदे को हटा दिया गया था. उनकी जगह शिवसेना ने अजय चौधरी को यह पद सौंपा. पार्टी के इस अनुरोध को डिप्टी स्पीकर ने स्वीकार कर लिया है. 


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