Pimpri Chinchwad Municipal Corporation: महाराष्ट्र में पिंपरी चिंचवाड़ नगर पालिका ने एक अच्छी पहल करते हुए सुरक्षा गार्ड के रूप में ट्रांसजेंडरों (Transgenders) को नियुक्त किया है. पिंपरी चिंचवाड़ महानगर पालिका (पीसीएमसी) द्वारा ट्रांसजेंडरों को सुरक्षा गार्ड (Security Guard) और ग्रीन मार्शल (Green Marshal) के रूप में भर्ती किया गया. जिससे पीसीएमसी इस समुदाय के सदस्यों को रोजगार के अवसर प्रदान करने वाला राज्य का पहला नागरिक निकाय बन गया. 


पिंपरी चिंचवाड़ नगर पालिका आयुक्त राजेश पाटिल ने हाल ही में इस समुदायों के सदस्यों को मुख्यधारा में लाने और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करने का निर्णय लिया था. पाटिल ने कहा कि सभी जानते हैं कि ट्रांसजेंडर समुदाय को समाज में बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और दुर्व्यवहार और शोषण का खतरा होता है. उन्हें मुख्यधारा में लाने और उन्हें एक सम्मानजनक जीवन प्रदान करने के लिए, हमने कुछ उपाय किए हैं. 


ट्रांसजेंडरों को दी ये नौकरी


राजेश पाटिल ने कहा कि इस पहल के अनुसार, हमने 30 से 35 ट्रांसजेंडरों की भर्ती की है. उनमें से कुछ को ग्रीन मार्शल के दस्ते में रखा गया है, जो स्वच्छता अभियान को लागू कर रहे हैं, अन्य को नागरिक निकाय में सुरक्षा कर्मियों (गार्ड) के रूप में शामिल किया गया. जबकि कुछ अन्य को नागरिक उद्यानों को बनाए रखने का काम दिया गया है. राजेश पाटिल ने कहा कि उन्हें एक जुलाई को भर्ती किया गया था और अब तक वे अच्छा काम कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि यह अवसर निश्चित रूप से उन्हें अपनी पहचान बनाने और सम्मान के साथ जीने में मदद करेगा. 


समुदाय के और सदस्य भी चाहते हैं जुड़ना


उन्होंने कहा कि अब समुदाय के और सदस्य उन्हें शामिल करने के अनुरोध के साथ हमसे संपर्क कर रहे हैं. हम कुछ निजी फर्मों और संगठनों से भी बात कर रहे हैं जहां वे इसी तरह की पहल कर सकते हैं.  नगर निगम आयुक्त ने कुछ भर्ती किए गए ट्रांसजेंडरों को नागरिक निकाय मुख्यालय में अपने केबिन के बाहर सुरक्षा गार्ड के रूप में भी तैनात किया है. 


ट्रांसजेंडरों की भलाई और पुनर्वास के लिए काम कर रहे कुछ एनजीओ के माध्यम से नगर निगम (Pimpri Chinchwad Municipal Corporation) को इन ट्रांसजेंडरों (Transgenders) के बारे में जानकारी मिली थी. सुरक्षा सहायक के रूप में नौकरी मिलने से पहले सौंदर्यीकरण का काम करने वाली निकिता मुखियादल ने कहा कि ये पहल लोगों के प्रति उनके दृष्टिकोण को बदलने में मदद करेगी और समुदाय के सदस्यों को आगे आने और सम्मानपूर्व जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करेगी. 


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