महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना वायरस के आंकड़ों के मद्देनजर सरकार ने हाल ही में राज्य में धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिसे कोरोना को फैलने से रोका जा सके लेकिन कुछ लोग सरकार के इस फैसले के खिलाफ अपनी मनमानी कर रहे हैं. महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में कुछ लोगों ने एक धार्मिक सभा में हिस्सा लिया और सरकार के नियमों का उल्लंघन किया जिसकी वजह से


पुलिस ने 1,011 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. दरअसल सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन के बावजूद शुक्रवार को कुछ लोगों ने सैलानी बाबा के मंदिर के लिए वार्षिक 'चप्पल यात्रा' निकाली. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर घर वापस जाने को कहा लेकिन जब किसी ने पुलिसकर्मी की बात नहीं मानी तब पुलिसकर्मी ने सब लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. इस पूरे मामले की जानकारी उप पुलिस अधिकारी रमेश बरकटे ने दी है.


बढ़ते कोरोना के बीच लापरवाह जनता


अधिकारी के मुताबिक पुलिस चप्पल यात्रा वाली जगह पर पहुंची और लोगों को बार बार कोरोना के चलते लापरवाही ना बरतते हुए घर वापस जाने की अपील की लेकिन पुलिस की बात ना सुनने पर शनिवार को सभी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया.


धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक समारोह पर लगी रोक


आईपीसी की धारा 188 और 269 के तहत रायपुर पुलिस स्टेशन में 1,011 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. वहीं अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से पहले लाखों लोग यहां वार्षिक यात्रा में भाग लेने के लिए आते थे लेकिन इस बार महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में राज्य में धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक समारोह पर प्रतिबंध लगा दिया है. फिर भी लोगों ने लापरवाही बरतने की कोशिश की है.


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