Maharashtra Floor Test: महाराष्ट्र (Maharashtra) में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की सरकार आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट (Floor Test) का सामना करेगी. एक दिन पहले स्पीकर का चुनाव जीतकर शिंदे सरकार ने अपनी पहली परीक्षा पास कर ली है लेकिन आज शिंदे सरकार की असली परीक्षा है. आज के फैसले के बाद महाराष्ट्र में 21 जून से चल रहे सियासी संकट का अंत हो जाएगा. यानी आज शिंदे विधानसभा (Assembly) में ये साबित करेंगे कि उनकी सरकार बहुमत में है.


आज सुबह 11 बजे महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी और बहुमत साबित करने के लिए शिंदे सरकार की तरफ से विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. जिसके बाद इस प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. हालांकि बीजपी अश्वस है कि शिंदे सरकार भारी बहुमत से विश्वास हासिल कर लेगी. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि हम 166 वोटों के साथ बहुमत साबित करेंगे.



स्पीकर का चुनाव जीतने से बढ़ा विश्वास


ये विश्वास इसलिए भी है क्योंकि एक दिन पहले हुए विधानसभा स्पीकर के चुनाव में बीजेपी और शिंदे गुटे को भारी जीत मिली है. विधानसभा अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में राहुल नार्वेकर को कुल 164 यानी जीत के लिए जरूरी 144 वोट से 20 वोट ज्यादा मिले. जबकि विपक्ष के उम्मीदवार राजन साल्वी को कुल 107 वोट मिले. राहुल नार्वेकर ने अपने प्रतिद्वंदी को 47 वोटो के बड़े अंतर से हरा दिया. शिंदे सरकार अपनी पहली परीक्षा में महा विकास अघाड़ी को जबरदस्त पटखनी दी है. इसलिए बीजेपी समर्थित शिंदे कैंप का दावा है कि फ्लोर टेस्ट में भी सरकार भारी बहुमत से पास हो जाएगी.


एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे ने जारी किए व्हिप


दिलचस्प बात यह है कि शिवसेना (Shiv Sena) की ओर से एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) दोनों ही गुटों ने स्पीकर चुनाव के लिए पार्टी विधायकों को अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करने के लिए अलग-अलग व्हिप (Whip) जारी किए. दोनों ने ही बाद में एक-दूसरे पर व्हिप के उल्लंघन का आरोप लगाया. उद्धव ठाकरे के खेमे के शिवसेना सांसद अरविंद सावंत (Arvind Sawant) ने कहा कि 39 विधायकों ने पार्टी के व्हिप का पालन नहीं किया. उन्होंने राज्य विधानसभा से ऐसे विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अजय चौधरी को विधायक दल के नेता के रूप में चुना है.


उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका
एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार के महत्वपूर्ण विश्वास मत से एक दिन पहले उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा. रविवार रात महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष ने शिवसेना विधायक अजय चौधरी को विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया. स्पीकर राहुल नार्वेकर के कार्यालय द्वारा जारी एक पत्र ने शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता के रूप में बहाल किया गया और ठाकरे गुट से संबंधित सुनील प्रभु को हटाकर शिंदे खेमे से भरत गोगावाले को शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया.


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