मुंबईः महाराष्ट्र में जल संकट लगातार जारी है. राज्य के कई इलाके भीषण सूखे की भीषण चपेट में हैं. लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए जूझना पड़ रहा है. कम बारिश होने के कारण राज्य के कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत देखने को मिल रही है. सरकार राज्य के कई इलाकों में टैंकर के जरिए पानी पहुंचा रही है लेकिन जरुरत से काफी कम मात्रा में लोगों को पानी मिल पा रहा है.
राज्य के बुलढाणा जिले में 210 गांव की जनता को पानी मुहैया कराने के लिए सरकार टैंकरों का इस्तेमाल कर रही है. इन गांवों के लिए 220 टैंकरों के जरिए पानी भेजा जा रहा है जिससे लोगों की प्यास को बुझाई जा सके. मतलब साफ है कि 4 हजार जनसंख्या पर मात्र दो टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है.
पानी की समस्या इतनी भयावह है कि लोगों को तीन दिन में एक बार पानी मिल रहा है. जिस दिन पानी की टैंकर आता है तो उस दिन काफी संघर्ष करना पड़ता है. गांव के लोग बार-बार प्रशासन से ज्यादा पानी के लिए गुहार लगा रहे हैं.
पानी की कमी के कारण लोग गांव छोड़ने को मजबूर हैं. जिले के कई नदी, नाले, तालाब और बांध सूख चुके हैं. लोगों की प्यास को बुझाने के लिए सरकार कोशिश में जुटी हुई है. जिले में कुल 91 बांध हैं. जिनमें से 55 छोटे बांध सूख गए हैं.
सूखे की चपेट में महाराष्ट्र, बुलढाणा में बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं लोग