नई दिल्ली: महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू है. इस बीच सरकार बनाने की कवायद में जुटी शिवसेना ने बड़ा बयान दिया है. शिवसेना ने कहा कि अगर एनसीपी कांग्रेस के साथ सरकार नहीं बनी तो मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार है. हालांकि संजय राउत बोले इसकी नौबत नहीं आएगी. शिवसेना के सूत्रों के मुताबिक अगर एनसीपी, कांग्रेस के साथ शिवसेना का गठबंधन नहीं हो पाया तो शिवसेना फिर चुनाव में जाने को तैयार है. यानी शिवसेना मध्यावधि चुनाव के लिए भी तैयार है. इसका मतलब है कि शिवसेना ने बीजेपी की तरफ वापसी के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं .
शिवसेना के सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की तरफ वापसी का कोई रास्ता नहीं है, अगर हम वापस बीजेपी के तरफ जाएंगे तो इसका मतलब होगा कि हम झूठ बोल रहे थे. जबकि झूठ तो बीजेपी बोल रही है. शिवसेना के मुताबिक अभी एनसीपी कांग्रेस के साथ बातचीत बेहद अच्छे माहौल में चल रही है. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने के लिए बैठकों का दौर चल रहा है. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम यानी कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने के लिए मुद्दों को छांटा जा रहा है. इसके लिए तीनों पार्टियों के वचन पत्रों को आधार बनाया जा रहा है. किसानों का कर्जा माफ इसमें प्रमुख मुद्दा है. एनसीपी,कांग्रेस और शिवसेना की सरकार नहीं बनेगी इसकी कोई संभावना नहीं है.
संजय रावत ने कहा कि मध्यावधि चुनाव की जरूरत नहीं पड़ेगी शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाएंगे. अब एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस मिलकर राज्य में एक स्थाई सरकार देंगे अगले कुछ दिनों में न्यूनतम साझा कार्यक्रम पावर शेयरिंग फार्मूला और मंत्रालयों का फार्मूला बन जाएगा. फिर भी अगर किसी वजह से एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की साझा सरकार नहीं बन पाती है तो फिर सिर्फ सेना बजाय बीजेपी के साथ जाने के वह मध्य अवधि चुनाव के लिए तैयार है.