मुम्बई: कर्नाटक, मध्यप्रदेश में ऑपरेशन लोटस के कामयाब होने और राजस्थान में सरकार पर सस्पेंस के बाद महाराष्ट्र में भी राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है. कैबिनेट मंत्री यशोमती ठाकुर ने जहां बीजेपी टूटने की बात कही तो वहीं बीजेपी ने जवाब में कहा कि तीन दलों की सरकार को कुर्सी खोने का डर बोल रहा है.


महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री यशोमती ठाकुर ने एक वीडियो संदेश के जरिए बीजेपी के नेताओं को आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा, ''बीजेपी की स्थिति गोबर में रहने वाले कीड़े की तरह है''. महाराष्ट्र बीजेपी के 105 विधायकों में से कुछ विधायक हमारे संपर्क में है इसलिए बीजेपी अपनी पार्टी बचाए.


यशोमती ठाकुर बोलीं-बीजेपी अपने हॉर्स ट्रेडिंग के आदत से बाज नहीं आती


यशोमति ठाकुर ने कहा कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान बीजेपी अपने आदत से बाज नहीं आती. बीजेपी अपने हॉर्स ट्रेडिंग के आदत से बाज नहीं आती जिसके कारण राज्य में एक नए चर्चा को जन्म दे दिया है कि राज्य में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार अस्थिर है, इस पर आगे उन्होंने कहा कि लोग पूछते रहते हैं कि महाराष्ट्र में क्या होगा? मैं सभी को बताना चाहती हूं कि राज्य सरकार स्थिर है.


बाल कल्याण मंत्री ने कहा, ''राज्य के विपक्षी नेता (देवेंद्र फडणवीस) पूरे महाराष्ट्र का दौरा करते हैं और जिन लोगों के साथ घूमते हैं वो मूल रूप से बीजेपी के है ही नहीं. ऐसे लोग हैं जिनके संबंध हमारी पार्टी से रह चुके हैं ऐसे में हॉर्स ट्रेडिंग का प्रयास बीजेपी ना करें और हो सके तो उन लोगों को संभाले जो लोग बीजेपी में नए नए शामिल हुए हैं. बीजेपी के आधा दर्जन से ज्यादा नेता हमारे संपर्क में हैं, कहीं ऐसा ना हो कि हमारी सरकार तोड़ने के प्रयास में बीजेपी ही टूट जाए.


बीजेपी ने राज्य में तीन दलों की खिचड़ी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस की मंत्री के इस आपत्तिजनक बयान पर बीजेपी ने राज्य में तीन दलों की खिचड़ी सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता व विधायक राम कदम ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा , ''कांग्रेस और आघाड़ी सरकार को कुर्सी खोने का डर है इसलिए कांग्रेस ऐसे बयान दे रही है. चुने हुए नेताओं को गोबर का कीड़ा कहना, कांग्रेस की ओछी मानसिकता दर्शाता है.


बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सरकार की बदइंतजामी और लापरवाही के कारण लोग अस्पताल में तड़प-तड़प के मर रहे हैं इसकी उन्हें चिंता नही है. पिछले 5 महीनों से आघाड़ी सरकार के मंत्री अपना ऐसी बंगला छोड़कर covid अस्पताल ने जाने को तैयार नहीं. इन्हें डर है कि तीनों दलों की सरकार गिर जाएगी इसलिए इनका नेता या मंत्री ऐसा बयानबाजी कर रहा है. लोगों को 5 पैसे की मदद नहीं करने वाली सरकार पहले लोगों की चिंता करे, कुर्सी की नहीं. आघाड़ी सरकार सत्ता की लालच छोड़कर कोरोना महामारी से त्रस्त जनता की सोचें.


दरअसल राजस्थान में हुई सियासी गहमागहमी के बीच महाराष्ट्र में भी तीन दलों वाली महाविकास आघाड़ी की सरकार की अस्थिरता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.
इसकी एक वजह आए दिन दिनों दलों की आपसी झगड़े भी हैं.



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