मुंबई: देश के तमाम शहरों में जहां बारिश कहर बरपा रही है, वहीं महाराष्ट्र का मराठवाड़ा और विदर्भ सूखे की भयानक मार झेल रहे हैं. जिसे देखते हुए अब सरकार कृत्रिम बारिश कराने की तैयारी कर रही है, इसके लिये दो एयर क्राफ्ट तैयार खड़े हैं. जिन्हें पूरी तरह से कृत्रिम बारिश कराने के लिये तैयार किया गया है.


एक आम एयरक्राफ्ट को मोडीफाई करके बादलों को बीच जाकर 'रासायनिक पदार्थों' का छिड़काव करना है. जिससे बादलों में जो पानी है उसमें रासायनकि परिवर्तन हो सके और मराठवाड़ा-विदर्भ में बारिश हो. इस काम को करने के लिये वैज्ञानिकों की पूरी टीम महाराष्ट्र के सोलापुर में डेरा जमा चुकी है.


सबसे पहले महाराष्ट्र के सोलापुर, औरंगाबाद और शेगांव शहर में कृत्रिम बारिश के लिए प्रयास किये जायेंगे. दरअसल महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ में हर साल कम बारिश होती है. लेकिन इस साल अभी तक वहां बारिश हुई ही नहीं. जिस वजह से केन्द्र सरकार की तरफ से सोलापुर में कृत्रिम बारिश के लिए IITM (Indian Institute of Tropical Meteorology) द्वारा लगभग पिछले दो सालों से रिसर्च का काम चल रहा है. सोलापुर के स्थापित केंद्र से 200 किलोमीटर परिक्षेत्र में कृत्रिम बारिश के लिए अनुकूल बादल है या नहीं इसके लिए ये रिसर्च की जा रही है.


फिलहाल कृत्रिम बारिश कराने के लिए सोलापुर में 'सी 90' नामक दो विशेष एयरक्राफ्ट भी पहुंचे है. कृत्रिम बारिश के लिए आवश्यक केमिकल कम्पोनेंट को भी लाया जा चुका है. इस टेस्ट के सफल होने पर महाराष्ट्र के कई सूखाग्रस्त इलाको में कृत्रिम बारिश की करवाने की तैयारी है. जहां अब तक बरसात की एक बूंद तक नही गिरी है. अगर सरकार और साइंस का ये प्रयोग सफल होता है तो सूखे की मार झेल रहे इस इलाके के लोगों को काफी राहत मिल सकती है.


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