मंबई: महाराष्ट्र में बिजली का बिल राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है. सरकार बार-बार बिजली बिल के मामले में निशाने पर आ रही है. इस कड़ी में अब कोल्हापुर में बिजली बिल के कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्होंने लोगों को सकते में डाल दिया है. पिछले साल कोल्हापुर में आई बाढ़ में जो घर बह गए थे और जहां अभी तक कोई निर्माण भी नहीं हुआ है, बिजली विभाग की तरफ से उनके नाम के भी बिल बना दिए गए हैं.

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी विधानसभा में कोल्हापुर के बिजली बिलों का मुद्दा उठाया था. कोल्हापुर के कागल के नानी बाई चिखली इलाके का घर तो बाढ़ में बह गया और अब वहां सिर्फ दीवार खड़ी है. सालभर से घर में बिजली नहीं है, लेकिन फिर भी बिजली विभाग की तरफ से बिल भरने का फरमान आ गया. बिजली विभाग की तरफ से बार-बार तकाज़े होने लगे, धमकियां भी दी गईं कि अगर बिजली का बिल नहीं भरा तो आगे कनेक्शन नहीं मिलेगा, जिसके चलते परिवार ने बिल भी भरा.

बिना बिजली के कनेक्शन के घर पर बिजली के बिल का यह मुद्दा राजनीतिक रंग ले चुका है. बीजेपी के स्थानीय नेता समरजीत घाटगे ने इसे मुद्दा बनाया और महाराष्ट्र शासन तक इसे लेकर गए. समरजीत घाटगे का कहना है कि बिजली का बिल लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है. ऐसे ही अनाप शनाप बिल लोगों को दिक्कतें दे रहे हैं. एबीपी न्यूज़ ने इस मामले में महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन रावत से भी बात करने की कोशिश की पर उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया.

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