महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद राज्य में राजनीतिक भूचाल आ गया है. उनके अरेस्ट होने के बाद शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस का गठबंधन महा विकास अघाडी आक्रामक मूड में नजर आ रहा है. गठबंधन की ओर से कहा जा रहा है कि नवाब मलिक इस्तीफा नहीं देंगे. वहीं, सरकार के मंत्री गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को नवाब मलिक को गिरफ्तार किया. नवाब मलिक को मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़े धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. ईडी ने उनसे 5 घंटे पूछताछ की थी. इस बीच, उन्हें 3 मार्च तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया गया है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि कल सुबह 10 बजे महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास महा विकास आधाडी के नेता आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि नवाब मलिक के इस्तीफ़े का सवाल नहीं उठता.
छगन भुजबल ने कहा कि दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है. हम विरोध करते हैं. बोलने वालों का मुंह बंद करने का ये तरीका है. उन्होंने कहा कि नवाब मलिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हैं, इस वजह से विपक्ष दुखी है, इसी वजह से मुंह बंद करने के लिए ये कदम उठाया है. हम कानूनी रूप से भी लड़ेंगे और जनता के बीच भी जाकर आवाज उठाएंगे.
ममता बनर्जी और शरद पवार की हुई बातचीत
नवाब मलिक की गिरफ्तारी पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनसीपी के प्रमुख शरद पवार से फोन पर बात की है. ममता ने शरद पवार से कहा है कि नवाब मलिक मंत्रीपद से इस्तीफा ना दें. सीएम ममता ने पवार को भरोसा दिलाया है कि इस मुद्दे पर वह उनके साथ हैं.
ममता बनर्जी और शरद पवार के बीच 10 मिनट बात हुई. दोनों नेताओं ने केंद्रीय एजेंसियों के गलत इस्तेमाल के मुद्दे पर विपक्ष के एकजुट होने की मांग की.
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