नई दिल्ली: असम, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में आई बाढ़ की वजह से भारतीय रेल को पिछले सात दिन में करीब 150 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि बाढ़ की वजह से पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे को यात्रियों और माल ढुलाई से प्राप्त होने वाले राजस्व में हर दिन 12 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है.
इसके अलावा बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई पटरियों की मरम्मत में 10 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. इस तरह वहां सात दिन में कुल नुकसान करीब 94 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. इसी तरह, पूर्वी मध्य रेल को प्रति दिन 5.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जबकि मरम्मत में उसे पांच करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. उन्होंने कहा, ‘‘राजस्व में हुए नुकसान का सटीक आंकड़ा दे पाना मुश्किल है. ये आंकड़े अनुमानित हैं. सही तस्वीर स्थिति सामान्य होने के बाद ही सामने आएगी.
पूर्वोत्तर क्षेत्र में कुल 445 ट्रेनों की आवाजाही को पूरी तरह रद्द किया गया है जबकि 151 के परिचालन को आंशिक तौर पर रद्द किया गया है. चार गाड़ियों का मार्ग परिवर्तित किया गया है. पूर्वी मध्य रेल ने 66 ट्रेनों को रद्द, 105 ट्रेनों को आशिंक तौर पर रद्द किया है तथा 28 ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किए गए हैं.
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