Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में अभी वक्त है, लेकिन सियासी चौसर में अभी से ही बिसातें बिछाई जा रही हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी आगामी चुनाव की तैयारियों में काफी सक्रियता के साथ जुटे दिख रहे हैं. बिहार के महागठबंधन को राष्ट्रीय बनाने की तैयारी की जा रही है. महागठबंधन के दो बड़े नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी के मुखिया लालू यादव (Lalu Yadav) रविवार शाम दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात करने वाले हैं.

छह साल से अधिक समय में यह उनकी सोनिया गांधी से पहली मुलाकात होगी. सूत्रों ने बताया कि बिहार के दोनों नेताओं ने यह भी उम्मीद जताई थी कि राहुल गांधी बैठक में मौजूद रहेंगे, लेकिन वो भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं. 

सोनिया गांधी से मिलेंगे नीतीश और लालू यादव

बिहार के सीएम नीतीश कुमार और सोनिया गांधी की आखिरी मुलाकात 2015 में बिहार चुनाव से पहले एक इफ्तार पार्टी में हुई थी. बिहार के मुख्यमंत्री ने इस महीने की शुरुआत में अपनी पिछली दिल्ली यात्रा के दौरान राहुल गांधी से मुलाकात की थी. सोनिया गांधी उस वक्त इलाज के लिए विदेश में थीं. सूत्रों के मुताबिक ये एक शिष्टाचार मुलाकात होगी, हालांकि कुछ गंभीर विषयों पर भी चर्चा की सभावना जताई जा रही है, जिसमें महागठबंधन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाना शामिल है.

2024 को लेकर विपक्षी एकजुटता पर काम

नीतीश कुमार 2024 के राष्ट्रीय चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने पर काम कर रहे हैं. अपनी पिछली दिल्ली यात्रा के दौरान, नीतीश कुमार ने अधिकांश प्रमुख विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी. इस लिस्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और वामपंथी नेता शामिल थे. तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव से भी उनकी मुलाकात हुई थी.

विपक्षी मोर्चा बनाने में जुटे नीतीश

इसी साल अगस्त में एनडीए से बाहर होने के बाद से जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वरिष्ठ नेता और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अलग-अलग दलों के कई नेताओं से मुलाकात की है. बीजेपी के खिलाफ एक साझा विपक्षी मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटे हैं. नीतीश कई पार्टी के नेताओं से मिले, लेकिन बीएसपी (BSP) प्रमुख मायावती उस लिस्ट से गायब रहीं. 

मायावती से क्यों नहीं मिले नीतीश?

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये पूछे जाने पर कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बीएसपी नेता से क्यों नहीं मिले? जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि नीतीश कुमार अब तक उन विपक्षी नेताओं से मिले हैं, जिन्होंने एनडीए से बाहर निकलने के उनके कदम की सराहना की और उनका स्वागत किया. मायावती (Mayawati) ने किसी भी स्तर पर विपक्ष का हिस्सा बनने की इच्छा व्यक्त नहीं की है. इस बार राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी बीएसपी ने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया था.

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