Andhra Pradesh Politics: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान से पहले आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 21 आईपीएस और एक नॉन-कैडर पुलिस अधिकारी को शिफ्ट करने की मांग की है. बीजेपी की इस लिस्ट में डीजीपी और खुफिया प्रमुख भी शामिल हैं. बीजेपी ने तबादले की मांग को सही ठहराते हुए पुलिसवालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.


वहीं, इस मामले पर सत्ताधारी दल वाईएसआरसी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन सरकार को हतोत्साहित करने के लिए अधिकारियों के तबालते की मांग कर रही है. वाईएसआरसी महासचिव सज्जला रामकृष्ण रेड्डी ने गुरुवार (04 अप्रैल) को आरोप लगाया कि टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने अपनी भाभी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी के साथ मिलकर वाईएसआरसी सरकार के खिलाफ भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) में शिकायत दर्ज कराई है.


क्या कहा सज्जला रामकृष्ण रेड्डी ने?


उन्होंने कहा, ”ऐसी खबरें थीं कि 21 आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. अगर कोई ये सोचता है कि अधिकारी वाईएसआरसी के इशारे पर काम कर रहे हैं तो हम यह भी मान सकते हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार के तहत काम करने वाले सभी अधिकारी बीजेपी के निर्देश पर काम कर रहे हैं.”


सज्जला ने आगे कहा, “अगर विपक्ष को किसी अधिकारी के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो उन्हें शिकायत दर्ज करनी चाहिए, लेकिन सरकार को इससे दूर रखना चाहिए क्योंकि चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद प्रशासन ईसीआई के हाथों में चला जाता है. उन्हें पता होना चाहिए कि सभी अधिकारी सरकार के पक्ष में काम नहीं करते हैं.”


उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि विपक्ष के पास जनता के सामने दावा करने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वह दबाव बना रहा है और भारत का चुनाव आयोग उसके आगे झुक रहा है.


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