Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान के तहत शुक्रवार (19 अप्रैल, 2024) को नॉर्थ ईस्ट के त्रिपुरा की एक लोकसभा सीट पर लगभग 80 फीसदी वोटिंग हुई. वोटिंग के दौरान मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इनमें 2500 ऐसे वोटर भी थे, जो सीमा पर कंटीले तारों के पास रहते हैं.


वोट डालने के लिए लगभग 2,500 मतदाताओं ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर लगे कंटीले तारों को पार किया और फिर वोट डाला. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं की सुविधा के लिए सुबह से ही सीमा के गेट खोल दिए गए थे.


वोटिंग के बाद क्या बोले त्रिपुरा के लोग?


मतदान के बाद उन्होंने बताया कि वोटिंग के लिए उन्हें अधिकारियों से हर तरह का सहयोग मिला. वे बिना किसी परेशानी के वोट डाल पाएं. भारतीय नागरिक हफीजुर रहमान ने बताया कि गांव में रहने वाले सभी 50 मतदाता चुनाव को लेकर उत्सुक थे. वह कंटीले तार के दूसरी ओर रहते हैं. वहां 19 परिवार रहते हैं, जिनमें 50 मतदाता हैं. उनमें से अधिकांश ने वोट सुबह ही डाल दिया था. जुमे का दिन होने के कारण कुछ लोग धार्मिक गतिविधियों में व्यस्त थे. 


सत्यापन के बाद मिलती है एंट्री


भारत-बांग्लादेश सीमा पर कंटीले तारों के पास रहने वाले लोगों के लिए वोट डालने के लेकर सीमा सुरक्षा बल की ओर से इंतजाम किया जाता है. सीमा सुरक्षा बल की ओर से ग्रामीणों के पहचान पत्रों का सत्यापन किया जाता है, जिसके बाद वे मतदान का इस्तेमाल करते हैं. 


पश्चिमी त्रिपुरा संसदीय क्षेत्र में आता है क्षेत्र


पश्चिम त्रिपुरा संसदीय सीट के रिटर्निंग ऑफिसर के अनुसार, कंटीले तार के पास रहने वाले वोटरों की संख्या 2,500 है. ये सभी गांव पश्चिमी त्रिपुरा संसदीय क्षेत्र में आते हैं. इस सीट पर मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार आशीष कुमार साहा और पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के बीच है.


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