नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में लेफ्ट और राइट विंग के बीच जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है. शुक्रवार रात फिर से एबीवीपी और लेफ्ट गुटों के बीच झड़प हुई. दरअसल एबीवीपी के विवेकानंद विचार मंच ने साबरमती ढाबे के पास 'इन द नेम ऑफ लव' डॉक्यूमेंट्री का कार्यक्रम रखा था. फ़िल्म की स्क्रीनिंग के दौरान लेफ्ट और राइट के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए.

राइट-लेफ्ट के झगड़े के बाद दोनों पक्ष एक दूसरे के ऊपर आरोप मढ़ने लगे. एबीवीपी की तरफ से 2017 का अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाली निधि का कहना है कि फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान लेफ्ट के कार्यकर्ता अपना प्रोपोगंडा क्रिएट करने लगे.

स्क्रीनिंग शुरू होते ही अपना पोस्टर लगाने लगे और नारे लगाना शुरू कर दिया. आरोप है कि उन्होंने लड़कियों संग हाथापाई की और गालियां भी दीं. एबीवीपी के एक कार्यकर्ता का कहा,"लेफ्ट के नेता कहते हैं कि कैंपस में हर ब्राह्मण लड़की का रेप किया जायगा."

जवाहरलाल नेहरु विद्यालय की अध्यक्ष और लेफ्ट की नेता गीता ने एबीवीपी पर जेएनयू के अंदर दंगा भड़काने की साजिश का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि एबीवीपी झूठा आरोप लगा रहा है. गीता ने कहा कि वह शांतिपूर्वक तरीके से उनकी स्क्रीनिंग का विरोध कर रहे थे तभी एबीवीपी वालों ने उनके ऊपर अंडे फेंकने शुरू कर दिए.

एबीवीपी और लेफ्ट हाई वोल्टेज ड्रामे में जेएनयू में देर रात तक हल्ला होता रहा. लेफ्ट राइट की इस जंग में गार्ड बुरी तरह घायल हो गया. देर रात फिर से फिल्म की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई. एहतियातन कॉलेज गेट पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया.